शादी में 20 मेहमानाें काे ही भाग लेने की अनुमति, ज्यादा मिले तो कोविड केयर में लगेगी ‘ड्यूटी’

punjabkesari.in Thursday, Apr 29, 2021 - 09:48 PM (IST)

धर्मशाला (तनुज): जिला कांगड़ा में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और मई महीने में 5 हजार शादियों के आयोजन पर प्रशासन ने सख्त पाबंदियां लगाई हैं। शादियों में दूल्हा-दुल्हन के करीबी 20 रिश्तेदार ही शामिल हो सकेंगे तथा इनके नाम की लिस्ट संबंधित एसडीएम व पंचायत प्रधान को देनी होगी। शादी में सामूहिक धाम व डीजे चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इतना ही नहीं, टीम के निरीक्षण के दौरान शादी में प्रशासन को दी गई नामों की सूची से अतिरिक्त मेहमान पाए जाते हैं तो उन्हें कोविड केयर सैंटर लाया जाएगा। यदि जांच के उपरांत वे स्वस्थ पाए जाते हैं तो उनका कोविड केयर सैंटर अथवा कोविड अस्पतालों में श्रमदान लिया जाएगा। इसके लिए प्रशासन द्वारा समयावधि भी निर्धारित की जाएगी।

शादियों में बाहरी राज्य के व्यक्ति आना चाहें तो लाएं कोविड नैगेटिव रिपोर्ट

धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान जिलाधीश कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि जिला में होने वाली शादियों में बाहरी राज्य के व्यक्ति आना चाहते हैं तो उन्हें आरटी-पीसीआर से जारी कोविड नैगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। यदि रिपोर्ट नहीं हुई तो उन्हें कोविड केयर सैंटर में भेजा जाएगा। ऐसे ही बाहरी राज्यों में शादियों के लिए जाने वाले जिला के लोगों को भी शादी अटंैड करने के बाद आइसोलेट होना पड़ेगा, उन्हें आरटी-पीसीआर टैस्ट करवाना अनिवार्य होगा। जिलाधीश ने कहा कि जिला में वीरवार तक 16581 मरीज सामने आए हैं जिनमें से 7003 मरीज अप्रैल माह में ही पाए गए हैं। इसी तरह 347 मौतें हुईं जिनमें से 122 मौतें इसी महीने हुई हैं। उन्होंने कहा कि सामने आ रहे ज्यादातर मरीजों की हिस्ट्री शादी-समारोह में शामिल होना पाया जा रहा है। ऐसे में सभी को अपनी सुरक्षा स्वयं करनी होगी।

जिला के अस्पतालों में 665 बैड की व्यवस्था, 323 मरीज भर्ती

जिलाधीश ने बताया कि जिला के सरकारी व निजी अस्पतालों में 665 बैड की व्यवस्था है जिनमें मौजूदा समय में 323 मरीज भर्ती हैं। जोनल अस्पताल में 175 बैड की व्यवस्था है तथा यहां 147 मरीज भर्ती हैं। टीएमसी में 120 बैड हैं तथा 114 मरीज भर्ती हैं। पालमपुर विवेकानंद मैडीकल इंस्टीच्यूट में 35 बैड हैं जिनमें 9 मरीज हैं। सिटी मल्टीकेयर अस्पताल में 50 बैड हैं जिनमें 7 मरीज, सूर्या अस्पताल में 20 बैड हैं तथा 2 मरीज भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि एमएच योल व पालमपुर में 50 बैड की व्यवस्था है और 44 मरीज भर्ती हैं। इन अस्पतालों में केवल सेना के जवानों व उनके आश्रितों को ही भर्ती किया जा रहा है। इसके अलावा श्री बाला जी में 40, मटौर स्थित सिटी अस्पताल में 25 तथा आयुर्वैदिक कालेज पपरोला में 100 बैड की व्यवस्था है लेकिन यहां अभी कोई भी मरीज भर्ती नहीं किया गया है।

कल से 18 से 45 साल तक के लोगों को नहीं लगेगा टीका

डीसी राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि 1 मई से 18 से 45 वर्ष तक के व्यक्तियों के टीकाकरण को लेकर प्रक्रिया आरंभ हो रही है लेकिन जिला में अभी इस प्रक्रिया को शुरू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में वैक्सीन की आपूॢत नहीं हो पाई है तथा 1 मई से इस अभियान को जिला में अभी शुरू नहीं किया जाएगा। वैक्सीन की उपलब्धता के बाद तिथियां घोषित कर दी जाएंगी। अभी 45 वर्ष से अधिक आयु वालों को टीका लगाने का स्टॉक ही है।

पौंग में मछली पकडऩे पर रोक, पैराग्लाइडिंग भी बंद

जिला के पौंग झील में अब आगामी आदेशों तक मछली पकडऩे पर रोक लगा दी गई है। डीसी ने कहा कि मछुआरों की तरफ से सुझाव आया था कि पंजाब में मछली बेचने को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तथा स्थिति सुधरने तक मत्स्य आखेट पर पाबंदी लगाई जाए। पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ने भी इस खेल पर स्थिति सुधरने तक पाबंदी लगाने को लेकर कहा था। उन्होंने कहा कि आगामी आदेशों तक दोनों प्रक्रियाएं बंद रहेंगी।

व्यापार मंडलों ने तय किया समय

जिलाधीश ने कहा कि जिला के विभिन्न व्यापार मंडलों ने दुकानें खोलने के लिए समय निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि नगरोटा बगवां ने सुबह 9 से दोपहर बाद 4 बजे तक का समय निर्धारित किया है, जबकि नूरपुर में सुबह 9 से दोपहर बाद 4 बजे तक, भवारना सुबह 9 से शाम 5 बजे तक, सुलह व पंचरुखी में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक, कोतवाली, दाड़ी व गग्गल बाजार में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक, ज्वालामुखी में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक तथा पपरोला, बैजनाथ और मारंडा के व्यापार मंडलों ने सुबह 9 से शाम 4 बजे तक बाजार खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि इस समयावधि के बाद रैस्टोरैंट व ढाबे खुले रहेंगे, लेकिन इनमें सिर्फ पैकिंग की व्यवस्था होगी। 

कोविड मरीज के पास दवाई पहुंचाएंगे अध्यापक

जिलाधीश ने कहा कि नगर निगम, नगर परिषदों में होम आइसोलेट हुए कोविड मरीजों को दवाई पहुंचाने की परेशानी आ रही थी। इन क्षेत्रों में आशा वर्कर न होने के चलते यह समस्या पेश आ रही थी जिसके चलते अब अध्यापकों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। अध्यापकों द्वारा ऐसे क्षेत्रों में कोविड पॉजिटिव मरीजों को दवाइयां पहुंचाई जाएंगी।

जोनल अस्पताल में बढ़ाई सुविधाएं

डीसी ने कहा कि जोनल अस्पताल में व्यवस्थाओं को लेकर कुछ समस्याएं आ रही थीं, जिसके बाद उन्हें दुरुस्त किया गया है। अस्पताल में एलईडी टीवी, वॉकी-टॉकी, फूड वार्मर की व्यवस्था की गई है। चिकित्सकों से लेकर अन्य स्टाफ भी बढ़ाया गया है। अस्पताल में वालंटियर्स की टीम भी सामने आई है जो मरीजों को खाना परोसेगी। इसके अलावा एक हैल्पलाइन शुरू की जा रही है, जिसके लिए स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। इस हैल्पलाइन पर मरीजों की सभी डिटेल उपलब्ध रहेगी। जिला में पहले 6 एम्बुलैंस कोविड मरीजों के लिए रखी गई थीं जिनमें 10 और एम्बुलैंस जोड़ी गई हैं। साथ ही जिला में ऑक्सीजन सिलंैंडरों के आंकड़े में भी बढ़ौतरी हुई है तथा आने वाले दिनों में कुछ और सिलैंडर पहुंचेंगे।


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Content Writer

Vijay

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