HPBOSE के आवासीय परिसर का ऑनलाइन उद्घाटन, कुलगीत और प्रार्थनाएं भी रिलीज

Thursday, Dec 17, 2020 - 05:16 PM (IST)

धर्मशाला (नवीन) : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के आवासीय परिसर का उद्घाटन और 4.90 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले शिक्षक सदन का वर्चुअली शिलान्यास किया। इस दौरान स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा बनाए गए कुलगीत और प्रार्थनाओं को भी सीएम द्वारा रिलीज किया गया। स्कूल शिक्षा बोर्ड की हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत में प्रकाशित त्रिभाषीय समाचार विवरणिका का भी विमोचन किया गया। गौरतलब है कि यह कार्यक्रम पहले 12 दिसम्बर को निर्धारित था लेकिन सीएम जयराम ठाकुर के दिल्ली दौरे के चलते इस कार्यक्रम को वीरवार को किया गया। इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, सांसद किशन कपूर, विधायक विशाल नैहरिया, स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुरेश कुमार सोनी व बोर्ड सचिव अक्षय सूद सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

प्रदेश की खूबसूरती, सभ्यता और संस्कृति से ओत-प्रोत प्रार्थनाएं : सोनी

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि सीएम द्वारा वर्चुअली स्कूल शिक्षा बोर्ड के आवासीय परिसर का उद्घाटन व शिक्षक सदन का शिलान्यास किया गया है। सीएम ने बोर्ड द्वारा बनाए कुलगीत व प्रार्थनाओं को भी रिलीज किया और बोर्ड की त्रिभाषीय समाचार विवरणिका का भी विमोचन किया। स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रातःकालीन प्रार्थना सभा की गतिविधियों और बैग फ्री डे को लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई है। बैग फ्री दिवस में क्या-क्या गतिविधियां होनी चाहिएं, इसका भी विस्तृत ब्यौरा दिया गया है। हिमाचल के पर्यावरण और प्रदेश की खूबसूरती समेत यहां की सभ्यता और संस्कृति से ओत-प्रोत कुछ प्रार्थनाएं भी शिक्षा बोर्ड ने तैयार की हैं। कुछ प्रार्थनाएं पर्यावरण की रक्षा कैसे करें, पेड़ों का क्या महत्व है, सच बोलने की राह पर चलना चाहिए, हिमाचल वंदन मेरे हिमाचल, हिमाचल पर हमें गर्व है, इस पर भी बनाई गई हैं।

शिक्षा क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है : जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। लिटरेसी रेट में हम केरल के बराबर पहुंच गए हैं और अब हमारा फोकस क्वालिटी एजुकेशन पर है। नए कॉलेज व स्कूल खोलने की बजाय आधारभूत ढांचा विकसित करने के साथ स्टाफ के लिए कार्य करना जरूरी है। नई शिक्षा नीति से भविष्य में शिक्षा का स्वरूप और बेहतर होगा।
 

prashant sharma