ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 2 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

Monday, Jul 15, 2019 - 04:39 PM (IST)

ऊना (अमित): ऊना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है जोकि छोटे-छोटे गांव या कस्बों में रहने वाले लोगों को बीमा पॉलिसी पर अधिक लाभ देने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाता था। ऊना पुलिस द्वारा पकड़े गए इस गिरोह पर गगरेट क्षेत्र के गांव नंगल जरियाला के अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ देने का लालच देकर 26.80 लाख रुपए ठगने का आरोप था। पुलिस द्वारा आरोपी दीपक को दिल्ली के पहाडग़ंज इलाके से दबोचा गया जबकि अमर सिंह को सीमापुरी से गिरफ्तार किया गया है। गगरेट पुलिस थाना में पीड़ित अध्यापक द्वारा करीब 15 दिन पहले ही ठगी का मामला दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया।

एक आरोपी कर रहा एम.बी.ए. की पढ़ाई, दूसरा है ड्राइवर

पुलिस टीम बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर दिल्ली पहुंची जहां पुलिस के समक्ष इस गिरोह को लेकर कई अहम खुलासे हुए। पकड़े गए आरोपियों में से अमर सिंह एम.बी.ए. की पढ़ाई कर रहा है जबकि दीपक पेशे से ड्राइवर है। वहीं इनका एक साथी रितिक बंसल दिल्ली में ही हुई डकैती मामले में जेल में बंद है। दिल्ली जेल में बंद रितिक बंसल को भी ऊना पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेने की प्रक्रिया पूरी करने में जुट गई है ताकि एक-एक कर सभी कडिय़ा खुल कर सामने आ सकें।

दिल्ली से चलाया जा रहा था सारा नैटवर्क

अभी तक हुई जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह देश की राजधानी दिल्ली से ही अपना नैटवर्क चला रहा था। इस गिरोह द्वारा बकायदा एक फर्म भी बनाई गई थी, जिसके माध्यम से ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जाता था। आरोपियों द्वारा खुलवाए गए बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवाए गए थे। अपने बैंक खातों में ठगी की राशि आने के बाद आरोपी अलग-अलग ए.टी.एम. से पैसे की निकासी करते थे। ए.एस.पी. ऊना विनोद धीमान की मानें तो यह गिरोह बहुत ही शातिराना तरीके से छोटे कस्बों और गांव के लोगों को बड़ी-बड़ी रकम का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। ए.एस.पी. ऊना ने दावा किया कि इस गिरोह में और लोग भी शामिल हैं जिसे लेकर पुलिस टीम जांच कर रही है।

ऑनलाइन ठगी के मामलों में हुई बढ़ौतरी

ए.एस.पी. ऊना की मानें तो पिछले कुछ समय से ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हंै। उन्होंने कहा कि ऊना जिला में ऐसे ही ठगी के 3 से 4 मामले दर्ज हैं, जिन्हें लेकर पुलिस पूरी शिद्दत से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इस तरह के ठग गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाते हंै। वहीं ये लोग एक मोबाइल और सिम भी सिर्फ एक-डेढ़ महीना ही इस्तेमाल करते हंै, जिस कारण इन तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है।  

Vijay