एक कमरे में 10 प्रवासियों को ठहरा कर चांदी कूट रहे मकान मालिक, जानिए कारण

Thursday, Jul 12, 2018 - 02:37 PM (IST)

भोटा (वर्मा): एक कमरे में 8 से 10 प्रवासियों को ठहरा कर मनमाना किराया वसूल कर मकान मालिकों द्वारा चांदी कूटी जा रही है लेकिन सुविधाएं देने से पीछे हट रहे हैं। नगर पंचायत भोटा क्षेत्र में इन दिनों ऐसा ही हाल बना हुआ है, जहां पर स्वच्छता अभियान को पहले ही बस अड्डे पर तिलांजलि दे दी गई है और अब किराएदारों के लिए शौचालय सुविधा को नजरअंदाज किया जा रहा है। मकान मालिकों की इस लापरवाही के कारण वह भी खुले में शौच जाने को मजबूर हो रहे हैं। हालांकि शिकायतें मिलने पर अब नगर पंचायत प्रशासन ने ऐसे लोगों का सर्वे कर नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है। 


उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत में पहले ही सार्वजनिक शौचालयों की कमी खल रही है और अब उस पर आग में घी डालने का काम कुछ मकान मालिक कर रहे हैं, जिनके द्वारा किराएदारों से मनमाना किराया लिया जा रहा है लेकिन उनके लिए एक शौचालय का निर्माण करने से भी कतरा रहे हैं। इसके चलते वह या तो अंधेरे में ही खुले में शौच कर रहे हैं या पॉलीथीन का उपयोग कर उसे कूड़ादानों में डाल रहे हैं, जिस कारण सफाई कर्मचारी भी कूड़ादान को साफ करने से इंकार कर रहे हैं। इससे संपूर्ण स्वच्छता अभियान की भी धज्जियां उड़ रही हैं। 


छोटे-बड़े कस्बों में भी ऐसा ही हाल
नगर पंचायत भोटा ही नहीं, इसके साथ लगते छोटे-बड़े कस्बों अग्घार, मोरसू, सौर, बलोखर, झरलोग व लदरौर आदि में भी यही हाल है। यहां पर बाहरी राज्यों के मजदूरों की संख्या बहुत अधिक है जोकि किराए के कमरों में रह रहे हैं लेकिन शौचालय की सुविधा उनसे भी कोसों दूर हैं। इनमें कुछे पंचायतें तो ऐसी हैं जोकि संपूर्ण स्वच्छ होने का ङ्क्षढढोरा भी पीटती हैं लेकिन खुले में शौच करने वालों पर रोक नहीं लगा पाई हैं।


खुले में शौच करने पर 50 से 100 रुपए जुर्माने का है प्रावधान 
जानकारी के अनुसार पंचायतों में खुले में शौच जाने वालों के खिलाफ 50 से 100 रुपए जुर्माना करने का भी प्रावधान कर रखा है लेकिन आज दिन तक किसी भी पंचायत ने किसी व्यक्ति को जुर्माना नहीं किया है, जिससे पंचायतों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।

Ekta