ज्वालामुखी बस अड्डे में मां चीखती रही मेरे बच्चे को बचाओ... मेरे बच्चे को बचाओ...

Tuesday, Nov 28, 2017 - 09:21 PM (IST)

देहरा(ब्यूरो): सोमवार देर रात ज्वालामुखी बस अड्डे में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब पंजाब से आए एक ही इलाके के 2 धड़े आमने सामने भिड़ गए और एक दूसरे को लहूलुहान कर बैठे। कुछ यात्री एक दूसरे के पीछे भाग रहे थे, ताकि मारपीट की जा सके। तभी एक महिला अपने 2 माह के बच्चे को हाथों में उठाकर चीखती चिल्लाती बस अड्डे की ओर दौड़ी और कहने लगी मेरे बच्चे को मार डाला, जिससे बस अड्डे के पास लोगों का हुजूम उमड़ा पड़ा। एक ही इलाके के पंजाबी मूल के लोग यहां पर माता के दर्शन करने के लिए आए हुए थे और साथ लगती एक सराय में उन्होंने कमरे लिए हुए थे। 

दुकानदारों ने बंद कर डाली दुकानें
इन यात्रियों में आधे से ज्यादा लोग शराब के नशे में धुत्त थे, जो लड़ाई झगड़ा करते हुए जमीन पर लोट रहे थे और खूब शोर मचा रहे थे, जिनके दंगे को देखते हुए कुछ दुकानदारों ने तो अपनी दुकानें ही बंद कर डाली। महिला के शोर के बीच कुछ स्थानीय लोगों ने दोनों धड़ों को एक दूसरे से अलग किया और बच्चे की जांच की तो पाया कि बच्चा बेहोश हुआ है, सांसे चल रही हैं उसे तत्काल अस्पताल भेजा गया और पीड़ित लोगों को पुलिस थाना ज्वालामुखी में भेजा गया, ताकि वे अपने साथ हुए मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवा सकें। 

सराय के कमरों को छोड़कर घरों को भागे
जानकारी के मुताबिक यात्रियों ने पुलिस थाने में देर रात जाना मुनासिब न समझा और वे वापिस सराय के कमरों को छोड़कर अपने घरों को निकल गए। समाजसेवक प्रशोतम चंद भैड़ा, राजेश कुमार, देवेंद्र कुमार, दीपक खोला, अनु कौंडल, संदीप कुमार, अनिल कुमार,मोनू,दीप कमल, गोल्डी, आदि ने थाना प्रभारी ज्वालामुखी संदीप पठानिया से जोरदार मांग की है कि देर रात्रि यहां पर पुलिस गश्त लगाई जाए ताकि देर रात्रि इस प्रकार की घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सके।