एक महीने बाद भी नहीं हाथ लगी सफलता, प्रशासन को दी आत्महत्या की धमकी

Sunday, Jun 04, 2017 - 12:10 PM (IST)

नूरपुर (भूषण शर्मा): कांगड़ा के नूरपुर के खेल पंचायत में उस समय स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई, जब गांव की औरतें और पुरुष सड़क पर बैठ गए और वहां पर स्थित शराब के ठेके को शिफ्ट करने पर अड़ गए। गांववालों का कहना था कि लगभग एक महीना बीत जाने के बाद भी शराब का ठेका शिफ्ट नहीं किया जा रहा है। प्रशासन के आदेश के बाद भी कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। इसी संदर्भ में गांव की औरतें व पुरुषों ने धरना दिया। वहीं नूरपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की दलीलें सुनी और मामले को शांत किया।


यहां कानून नाम की कोई चीज नहीं  
ग्रामीण महिला ने कहा कि सभी औरतों को लगभग जहां बैठे हुए एक महीना हो गया है। कई बार हम बीमार और बेहोश हो जाते हैं। जो भी शराव के ठेकेदार के आदमी आते हैं, वह अपने-आप में यही कहते हैं कि हम ठेकेदार हैं। हम इसे शिफ्ट कर देगें। लेकिन वह ऐसा करते नहीं बस अाश्वासन देकर चले जाते हैं। इतनी गर्मी में हम सभी महिलाएं टैंट में बैठती हैं। यहां कानून नाम की कोई चीज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर शराब का ठेका शिफ्ट नहीं किया गया तो हम आत्महत्या करने पर मजवूर होंगे। 


शराब का ठेका शिफ्ट न होने तक यहां बैठे रहेंगे
ग्राम पंचायत प्रधान वोवी राणा ने कहा कि 2 दिन पहले गांव वाले नूरपुर एसडीएम आबिद हुसैन सादिक से मिले थे। हम तीन बार एसडीएम नूरपुर और एक बार धर्मशाला एडीसी से मिल चुके हैं। दो दिन बीत चुके हैं आज चौथा दिन है, आज ठेकेदार को बुलाया गया था और इंस्पैक्टर एक्साइज भी मौके पर है। गांववालों ने कहा कि आप इस शराब के ठेके को जहां से शिफ्ट कर लो या ठेके के अंदर जो सामान रखा है उसे कही ओर ले जाओ। हमें एसडीएम या एटीसी ऑर्डर देगें तो हम शराब का ठेका शिफ्ट कर देंगें। इसी अश्वासन के तहत हमने सेल्जमैंन से ताला लगवाया है और चावी अपने आधीन रखी है। कल जब ये 10 बजे आएंगे। तब हम ताला खोलेंगे। तब तक जितने भी गांववासी हैं धरने पर बैठे रहेगें।