एक माह पूर्व हुई दुर्घटना हत्या के मामले में बदली, जानिए कैसे

Monday, Oct 23, 2017 - 12:47 AM (IST)

चम्बा: एक माह पूर्व एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था जिसे प्रथम दृष्टि में एक दुर्घटना के रूप में देखा गया था लेकिन पुलिस ने जब शक के आधार पर अपनी जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया तो पुलिस ने इस मामले से संबंधित चौकाने वाला खुलासा किया है। ए.एस.पी. चम्बा विरेंद्र सिंह ठाकुर के अनुसार प्रथम दृष्टि में एक हादसा नजर आने वाला यह मामला वास्तव में हत्या से जुड़ा हुआ मामला पाया गया है। पुलिस ने अपनी जांच प्रक्रिया के आधार पर मामले के आरोपी सलीम पुत्र हासम निवासी गांव सरेई के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। 

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला गुनाह
पुलिस ने जब सलीम से कड़ा रुख अपनाते हुए पूछताछ की तो सलीम ने शफी की हत्या करने की बात स्वीकारी है। पुलिस के अनुसार शफी पुत्र उमरदीन जिसे कासमदीन निवासी सरेई ने गोद लिया हुआ था बतोट हाईड्रो पावर प्रोजैक्ट में सहायक के पद पर कार्यरत था। 19 सितम्बर की रात करीब साढ़े 8 बजे अपनी ड्यूटी देने के लिए फोर-वे टैंक की तरफ गया लेकिन वापस नहीं लौटा। अगली सुबह उसका शव सुबह करीब 6 बजे पावर हाऊस स्पिल-वे के पास पड़ा हुआ मिला। इस पर कासमदीन पुत्र सतो निवासी गांव सरेई ने अपने गोद लिए बेटे की हत्या होने की आशंका जताई। उसने इसके लिए सलीम पुत्र हासम निवासी गांव सरेई को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने इसी बयान के आधार पर जब मामले की जांच प्रक्रिया को बारीकी के साथ अंजाम दिया और सलीम से पूछताछ की तो सलीम ने हत्या के इस पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया। 

दोनों के बीच हुई थी गहमागहमी
पुलिस के अनुसार सलीम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 19 सितम्बर को ड्यूटी एक्सचेंज के दौरान पारिवारिक विवाद के चलते दोनों के बीच खूब बहसबाजी व गहमागहमी हुई और उसने गुस्से में आकर एक पत्थर शफी के सिर पर दे मारा जिसके चलते उसकी मौत हो गई। इस वारदात को दुर्घटना की शक्ल देने के लिए उसने शव को पानी में बहा दिया, साथ ही शफी के मोबाइल को भी पानी में फैंक दिया। ए.एस.पी. चम्बा विरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं के बारे में भी जानकारी हासिल करने में जुटी हुई है।