अरे वाह, यहां पर अप्रैल के महीने में दिसंबर सी बर्फ

Monday, Apr 24, 2017 - 10:57 AM (IST)

उदयपुर (लाहौल स्पीति): हिमाचल के इस जिले में अप्रैल के महीने में दिसंबर जैसा मौसम देखने को मिल रहा है। अप्रैल में लाहौल घाटी में हुई बर्फबारी से हर कोई हैरान है। रविवार को ताजा बर्फबारी के साथ लाहौल की तोद घाटी के तापमान में गिरावट आई है। यहां ताजा बर्फबारी से लेडी ऑफ केलांग, मुलकिल, घेपन पीक, कुलती नाला, नीलकंठ और कुगती जोत की पहाड़ियों पर बर्फ बिछ गई है। तोद घाटी के कवारिंग सहित गांवों तक छह सेंटीमीटर तक ताजा बर्फ गिरी है। वहीं घाटी के योचे और मयाड़ घाटी के ऊपरी इलाके भी बर्फ से सफेद हो गए हैं। ताजा बर्फबारी से घाटी में तीन-चार दिनों से खराब मौसम के चलते कृषि कार्य प्रभावित हो गया है। 


कई क्षेत्रों में रविवार को हल्की बारिश
उधर, जिला कांगड़ा में धौलाधार की पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हुआ है, वहीं धर्मशाला सहित कई क्षेत्रों में रविवार को हल्की बारिश दर्ज हुई। रविवार तड़के कई क्षेत्रों में तेज तूफान भी चला। अधिकांश क्षेत्रों में आसमान पर बादल छाए रहे। चंबा, भरमौर, होली, तीसा, सलूणी और डलहौजी में रविवार को सुबह के समय हुई हल्की बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सोमवार को भी बर्फबारी हो सकती है। शिमला में बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान कुछ दिन पहले 28 डिग्री के साथ चल रहा था। वहीं केलांग में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।


बर्फबारी से कृषि फसल को फायदा  
काल्पा में छह डिग्री, मनाली में 8.6 डिग्री, शिमला में 11.3 डिग्री, नाहन 13 डिग्री, सोलन और भुंतर 15 डिग्री, सुंदरनगर 16 डिग्री और कांगड़ा और ऊना 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं वाहौल के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि बर्फबारी से कृषि फसल को फायदा होगा। हिमपात में उच्च तापमान से लोगों को राहत मिली है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) अधिकारी कमाड एव्रिल जैन ने कहा कि मौसम की स्थिति ने खराब सड़क समाशोधन के प्रयासों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि बर्फ और हिमस्खलन की चेतावनी के कारण मौसम ठीक होने को कुछ और दिन लग सकते हैं।