दफ्तर का घेराव करने पहुंचे CITU के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Thursday, Feb 23, 2017 - 10:22 AM (IST)

शिमला: शौंगठंग में 900 मजदूरों की बहाली को लेकर सीटू ने अब निर्णायक आंदोलन व आर-पार की लड़ाई का रुख अख्तियार कर लिया है। बैठक न बुलाने के चलते सीटू ने यह निर्णय लिया है। सीटू राज्य सचिव विजेंद्र मेहरा ने आरोप जड़ा कि शौंगठंग प्रोजैक्ट के 900 मजदूरों की बहाली को लेकर बुधवार को कार्पोरेशन कार्यालय में बैठक होना तय थी।


एफ.आई.आर. दर्ज कर हिरासत में लिए कई प्रदर्शनकारी
आरोप है कि यहां कार्पोरेशन के उक्त आला अधिकारियों की ओर से कोई बैठक नहीं बुलाई गई, ऐसे में मजदूरों ने यहां एक बार फिर से कार्पोरेशन कार्यालय का घेराव किया, साथ ही यहां जोरदार रैली निकाल खूब प्रदर्शन किया। वहीं, पावर कार्पोरेशन के एम.डी. का घेराव करने वाले वामपंथियों पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। इसके तहत पुलिस ने देर रात कई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया है। एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी ने इस बात की पुष्टि की है।


सीटू कार्यकर्त्ताओं के बैनर तले सड़कों पर उतरने को विवश मजदूर
विजेंद्र मेहरा ने आरोप जड़ा कि यहां शौंगठंग मामले में हाईकोर्ट के 20 सितम्बर, 2016 व लेबर कोर्ट के 18 मई, 2016 के आदेशों, ई.पी.एफ. कमिश्नर व लेबर कमिश्नर के सुझावों का पालन नहीं किया जा रहा है, ऐसे में सीटू कार्यकर्त्ताओं के बैनर तले मजदूरों को सड़कों पर उतरने के लिए विवश होना पड़ रहा है। मेहरा ने आरोप जड़ा कि पावर कार्पोरेशन व निजी कंपनी की जुगलबंदी से सैंकड़ों मजदूर बीते 339 दिन से परेशान हैं।