सीटू को छोड़कर भारतीय मजदूर संघ में शामिल हुए कर्मचारी

Monday, Sep 14, 2020 - 07:48 PM (IST)

नूरपुर (संजीव महाजन): विद्युत विभाग डिवीजन के टैक्निकल यूनियन ने जसूर में बैठक की। इस बैठक में कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा के चलते विभिन्न पदों पर आपसी सहमति से चुुुनाव किया गया और करीबन 70-72  से अधिक कर्मचारी सीटू को छोड़कर जसूर में भारतीय मजदूर संघ में शामिल हुए। नूरपुर डिवीजन सीटू के प्रधान मान सिंह मनकोटिया अपने सहयोगियों सहित जसूर स्थित आईपीएच विश्राम गृह में आयोजित भामसं की बैठक में सीटू की सदस्यता को त्यागकर भामसं में शामिल हुए। मदन राणा ने इस मौके पर प्रदेश सरकार से मांग की है कि विद्युत विभाग में लगे टी मेटों कर्मचारियों के आगे जूनियर शब्द हटाया जाए तथा वर्क चार्ज प्रथा को समाप्त किया जाए।

मदन राणा ने कहा कि 2007 में धूमल के मुख्यमंत्री काल में सभी विभागों में वर्क चार्ज की प्रथा को समाप्त कर दिया गया था। परंतु 2012 में वीरभद्र सरकार द्वारा विद्युत विभाग के एक ही कैटेगरी टी मेटों की वर्क चार्ज प्रथा पुन:शुरू कर दी थी। प्रदेश सरकार से मांग करते हुए राणा ने कहा कि टी मेटों की वर्क चार्ज प्रथा को समाप्त किया जाए। इसके अलावा उन्होंने मांग की कि हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को सातवें पे कमिशन की रिपोर्ट को तुरंत लागू किया जाए। प्रदेश सरकार पंजाब का इंतजार न करके केंद्र सरकार के 2 वर्ष पूर्व दिए गए सातवें वेतन आयोग को प्रदेश में लागू करें।

मजदूर संघ के नेता मदन राणा ने विद्युत विभाग के तथाकथित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ अधिकारी छोटे कर्मचारियों से घर के निजी काम करवा रहे हैं। आज लगभग 70-72 कर्मचारी सीटू को छोड़कर मजदूर संघ से जुड़े हैं हम इन सब का स्वागत करते हैं यह सब सीटू में उत्पीडऩ के चलते अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे थे।

टैक्निकल यूनियन के प्रधान मान सिंह ने कहा कि सीटू में अफसरशाही के चलते हम कर्मचारी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे थे और सीटू में जब हम अपने कर्मचारियों के हितों की बात करते थे तो उस पर सुनाई कम ही होती थी। इसलिए सोमवार को लगभग 70-72 कर्मचारियों ने सीटू छोड़कर मजदूर संघ को अपनाया है।

Kuldeep