NSUI ने फूंका PM Modi का पुतला, जानिए क्या है वजह

Thursday, Sep 14, 2017 - 10:06 PM (IST)

नाहन: जो नेता गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर होने के दौरान यू.पी.ए. सरकार पर महंगाई बढ़ाने के आरोप लगाते थे और पैट्रोल व डीजल के दामों में थोड़ी वृद्धि को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचाते थे, आज वह स्वयं प्रधानमंत्री के पद पर होने के बावजूद प्रतिदिन बढ़ रहे पैट्रोल व डीजल के दामों पर खामोश क्यों हैं। क्या आज महंगाई नहीं बढ़ रही है, क्या अब लगातार बढ़ रही महंगाई से जनता त्रस्त नहीं है। इन्हीं सवालों को लेकर गुस्साए एन.एस.यू.आई. कार्यकर्ताओं ने आज जिला मुख्यालय नाहन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

अब कहां हैं अच्छे दिन?
जिलाध्यक्ष कपिल शणक्वाण, यशवंत ठाकुर, शुभम शर्मा, अंकू चौहान, सुमित, सचिन शर्मा, नरेंद्र, निकेश शर्मा, विजेंद्र, पंकज, नीरज, रोबिन, सुरेंद्र व राहुल आदि कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब कहां हैं अच्छे दिन। प्रधानमंत्री सत्ता पर काबिज होने से पहले लगातार लोगों को अच्छे दिनों का आश्वासन देते नहीं थकते थे। महंगाई कम किए जाने की बात होती थी लेकिन साल दर साल बीत रहे हैं लेकिन ये मुद्दे अब गौण हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब सत्ता में आकर मोदी सरकार आम आदमी का खून चूस रही है। वह पूंजीवादी ताकतों को लगातार फायदा पहुंचा रही है।

75 रुपए प्रति लीटर पहुंचा पैट्रोल का दाम
उन्होंने कहा कि यू.पी.ए. सरकार के कार्यकाल के दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 115 डॉलर बैरल थे। इसके बाद भी यू.पी.ए. सरकार जनता को 60 से 65 रुपए प्रति लीटर पैट्रोल उपलब्ध करवा रही थी और डीजल की कीमत भी 48 रुपए प्रति लीटर थी। इसके विपरीत आज जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पैट्रोल की कीमत मात्र 54 डॉलर बैरल रह गई है तो मोदी सरकार जनता को 75 रुपए प्रति लीटर पैट्रोल उपलब्ध करवा रही है। डीजल की कीमत भी 61 रुपए हो चुकी है जिसका सीधा नुक्सान जनता को उठाना पड़ रहा है। तेल के दाम बढऩे से लगातार महंगाई बढ़ रही है। सबसे अधिक महंगाई खाद्य वस्तुओं की बढ़ रही है लेकिन केंद्र सरकार चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही उक्त दामों में की गई वृद्धि वापस नहीं हुई तो एन.एस.यू.आई. आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी।