देखें क्यों 6 महीने से गाड़ी में घूम रही यह NRI महिला (Video)

Thursday, Oct 18, 2018 - 05:44 PM (IST)

मंडी (नीरज) : अप्रवासी भारतीय संगीता श्रीधर (51) तमिलनाडु के कोयम्बटूर से क्लीन इंडिया ट्रेल अभियान के तहत बुधवार को मंडी पहुंचीं। संगीता श्रीधर एन.आर.आई. हैं, जो ओमान में रहती थीं, लेकन उन्होंने स्वच्छ भारत का ऐसा लक्ष्य अपने देश के लिए लिया कि नौकरी छोड़ कर इस काम में जुट गईं। उनका परिवार अभी भी आबू धाबी में रहता है। उन्होंनेे बताया कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती जिसे देश स्वच्छता के संदेश के साथ मना रहा है, उसको अलग तरीके से मनाने का उन्होंने प्रण लिया। देश में एक महिला कितनी सुरक्षित है और देश कितना स्वच्छ है, इसे देखने के लिए टाटा एक्सा गाड़ी लेकर अकेले ही इस अभियान पर निकल पड़ीं।

12 अगस्त को कोयम्बटूर से शुरू की थी यात्रा
उन्होंने 12 अगस्त को अपनी यात्रा कोयम्बटूर से शुरू की थी जो फरवरी, 2019 में पूरी होगी। 6 महीने की इस यात्रा के दौरान वह देश के 310 शहरों का भ्रमण करेंगी। अब तक 66 दिन की यात्रा में वह 19 हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुकी हैं, 14 राज्यों में जा चुकी हैं और 85 शहरों का दौरा पूरा कर चुकी हैं। अकेले ही चली हैं, खुद गाड़ी चलाती हैं, उसी में पीछे सीटें निकाल कर लकड़ी का बेड बना रखा है और वहीं सोती हैं। गाड़ी के ऊपर सोलर सिस्टम लगाया है, जिससे एक छोटा-सा फ्रिज चलता है, पंखा है और लाइट का भी इंतजाम है।

गाड़ी में है हर व्यवस्था
संगीता श्रीधर की हर व्यवस्था उनकी गाड़ी में ही है। कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी गाड़ी में लगे हैं। जैसे-जैसे उसका वाहन आगे जाता है तो संदेश विभिन्न एन.जी.ओ. जो इस काम में लगे हैं, उन तक पहुंचता रहता है। संगीता श्रीधर ने बताया कि उन्हें केवल कश्मीर में 18500 फीट की ऊंचाई पर जहां माइनस 20 डिग्री तापमान था, परेशानी हुई जब भारी बर्फ के बीच 24 घंटे फंसी रहीं। वह कहती हैं कि इसके अलावा कहीं भी उन्हें कोई भी दिक्कत यात्रा में नहीं हुई।

सार्वजनिक शौचालयों का करती हैं निरीक्षण
वह रास्ते में सार्वजनिक शौचालयों में जाकर उनका निरीक्षण करती हैं और उनमें क्या सुविधाएं हैं, ये देखती हैं। उन्होंने बताया कि वह स्वच्छता पर विस्तृत डाटा तैयार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कचरा हम सबकी समस्या है और इसे दूर करने की जिम्मेदारी भी हमारी है, क्योंकि यह सब हम लोगों की वजह से है। इसे किसी कॉरपोरेशन या सरकार की जिम्मेदारी बताना गलत है।

यात्रा का सारा खर्च स्वयं करती हैं वहन
रोजाना 14 से 18 घंटे के सफर में लगभग 310 किलोमीटर गाड़ी चलाने वाली संगीता श्रीधर का कहना है कि वह बिना किसी बैनर के इस अभियान को चला रही हैं। वह न तो कोल्ड ड्रिंक्स पीती हैं और न मिनरल वाटर लेती हैं। जो जहां मिलता है, वही खाती व प्राकृतिक स्रोतों का पानी पी लेती हैं। हिमाचल के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसी शांति व सुकून और कहीं नहीं है। उन्होंने बताया कि यात्रा का सारा खर्च वह स्वयं वहन करती हैं। केवल गाड़ी उन्हें टाटा कंपनी ने 6 महीने के लिए दी है जो स्वयं स्वच्छ भारत अभियान चला रही है। 

Vijay