इस खास मकसद से विदेश छोड़ अपने वतन लौटा NRI, दर्जनों लोगों को दे रहा रोजगार (PICS)

Wednesday, Dec 19, 2018 - 03:38 PM (IST)

पांवटा साहिब (रोबिन): बेहतरीन रोजगार की तलाश में युवा अपना देश छोड़ विदेशों का रुख करने लगे हैं।


अपने देश में बड़ा होने के साथ शिक्षा प्राप्त करने के बाद अक्सर युवा विदेशों में जाकर बस जाते हैं और अपने देश को भूल जाते हैं। लेकिन कुछ युवा है जो विदेशों में पले बड़े हुए, शिक्षा ग्रहण की और अब अपने वतन में सेवा भावना के साथ वापिस आए हैं।


मूल रूप से गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) के प्रणव दूबे ने भी अपने कई वर्ष विदेशों में बिताए और अपने परिजनों की कहने पर स्वदेश वापिस लौटे और हिमाचल के पांवटा साहिब में डेरी फार्म खोलकर न केवल बिजनेस कर रहे है। बल्कि यहां के दर्जनों स्थानीय लोगों को भी रोजगार से जोड़ा है।


विदेशों ने डेरी के लिए उपयोग की जाने वाली अाधुनिक तकनीक के देखने के बाद प्रणव ने इसे अपने देश के करने की ठान ली। आज प्रणव अपने पिता विवेक दुबे के साथ मिलकर पांवटा साहिब के भगानी गांव में डेरी फार्म का कारोबार संभाले हुए है जहां से बिना केमिकल और बिना मिलावट वाला दूध पांवटा ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी सप्लाई कर रहे हैं। हालांकि इस कारोबार के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार व सम्बंधित विभाग के कार्यालयों के चक्कर भी काटे लेकिन उनके लिए सभी प्रक्रियाएं सरल नहीं थी।


बावजूद इसके बिना सरकार के सहयोग के करीब 6 करोड़ की लागत से इस डेरी फार्म को तेयार किया गया। जहां अच्छी नसल की गाएं रखी गई। हाईटेक मशीनरी के साथ मिल्क प्लान स्थापित किया।


ज्यादा दूध के लिए पशुओं को संतुलित आहार के साथ साथ उनका रख-रखाव भी बेहतरीन करीके से किया जा रहा है। हालांकि इस फार्म को बड़ा स्वरुप देने का काम चला हुआ है जिसके माध्यम से सेंकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा।


इन सभी चीजों के लिए सरकार के सहयोग की अपेक्षा है जो अभी तक इस फील्ड के इन्वेस्टर्स को नहीं मिल पा रहा है। यदि प्रदेश सरकार व सम्बंधित विभाग इस और ध्यान दें तो हिमाचल के कई इलाकों में इस माध्यम को युवा स्वरोजगार की तरह अपना सकते हैं।


Ekta