मुकेश अग्निहोत्री के सवालों पर तपा सदन, सत्ता पक्ष व विपक्ष में तीखी नोक-झोंक

Tuesday, Dec 11, 2018 - 05:47 PM (IST)

धर्मशाला (सुरेन्द्र): विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के  दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर नोक-झोंक हुई। जिला ऊना के स्वां चैनललाइजेशन प्रोजैक्ट में विलंब सहित कई केंद्रीय योजनाओं में रोड़ा अटकाए जाने का मामला जब नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने उठाया तो दोनों तरफ से खूब तकरार हुई। नोक-झोंक के बीच विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने केवल स्वां चैनलाइजेशन से जुड़े विषय पर ही अनुपूरक सवाल पूछने की अनुमति दी। उन्होंने दूसरे विषयों को उठाने की अनुमति सदन में नहीं दी।

मोदी सरकार ने रोकी स्वां चैनलाइजेशन की फंडिंग

इससे पहले नेता विपक्ष ने 922 करोड़ रुपए के चैनेलाइजेशन प्रोजैक्ट को रोकने के लिए केंद्र सरकार और हमीरपुर के सांसद को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के प्रयासों के चलते केंद्र की मनमोहन सरकार ने स्वां चैनलाइजेशन के 922 करोड़ के प्रोजैक्ट को स्वीकृत किया था लेकिन केंद्र में आई मोदी सरकार ने इसकी फंडिंग रोक दी थी। नेता विपक्ष ने इसके साथ ही सैंट्रल यूनिवर्सिटी, आई.आई.आई.टी. सहित अन्य कई केंद्रीय प्रोजैक्टों में अड़ंगा लगाने के आरोप भी लगाए। नेता विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष ने भी तीखे प्रहार किए। इसी सवाल के बीच नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया और नेता विपक्ष के बीच काफी बहस भी हुई। बाद में विस अध्यक्ष के दखल के बाद मामले को शांत किया गया। विधानसभा में कई मसलों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में माहौल तलख हुआ लेकिन उसके बावजूद विस की कार्यवाही सामान्य रूप से चली। सत्र में कई अहम मसलों पर भी विचार-विमर्श हुआ।

किसी ने भी केंद्रीय प्रोजैक्टों को रोकने में नहीं लगाया था अड़ंगा

सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने नेता विपक्ष के इन आरोपों को खारिज किया, जिसमें उन्होंने चैनेलाइजेशन के प्रोजैक्ट को जानबूझ कर रोकने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूर्व प्रदेश सरकार ने इस स्वीकृति परियोजना के कार्य को पूरा करवाने तथा केंद्र से राशि लेने में कोई भी गंभीर प्रयास नहीं किए। आई.पी.एच. मंत्री ने कहा कि हरोली क्षेत्र की अधिकतर खड्डें चैनेलाइजेशन हो जाने के बाद बाकी खड्डों के चैनेलाइजेशन के लिए राशि लाने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हुए। कभी किसी ने भी इस प्रोजैक्ट में अड़ंगा नहीं लगाया बल्कि कांग्रेस नेताओं को जवाब देना चाहिए कि उनकी सरकार के समय इस प्रोजैक्ट को पूरा क्यों नहीं पूरा किया।

पत्र भेजने से प्रोजैक्ट नहीं मिलते

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के नेता द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि केंद्र से प्रोजैक्ट लाने के लिए गंभीर प्रयास करने पड़ते हैं। केवल पत्र भेजने से प्रोजैक्ट नहीं मिलते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार विपक्ष उन पर दिल्ली परिक्रमा को लेकर कई बातें उठाता है, लेकिन वह दिल्ली प्रोजैक्ट हासिल करने के लिए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पूर्व सरकार ने प्रयास किए होते तो केंद्र के प्रोजैक्ट समय पर पूरे हो गए होते।

 

Vijay