अब ऊना में प्रशासन की बड़ी लापरवाही, COVID-19 के टैस्ट को ट्रैक्टर पर भेजे 7 लोग

Friday, May 29, 2020 - 08:52 PM (IST)

ऊना (अमित): वैश्विक महामारी के बीच हमीरपुर जिला के बाद अब ऊना में प्रशासन की 1-2 नहीं बल्कि 4 बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं। दरअसल राजस्थान से 24 मई को ऊना पहुंचे 7 लोगों को झलेड़ा के एक क्वारंटाइन सैंटर में रखा गया था, जिनके प्रोटोकॉल के अनुसार छठे दिन कोविड-19 के टैस्ट लिए जाने थे लेकिन इन सातों लोगों के 5वें दिन ही टैस्ट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इस दौरान जो प्रशासन की 4 बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं, उनमें से सबसे पहली लापरवाही यह थी कि इन्हें क्वारंटाइन सैंटर से निकालकर टैस्ट के लिए दूसरे क्वारंटाइन सैंटर ले जाया गया।

वहीं दूसरी बड़ी गलती यह रही कि इन सभी को एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में बिठाकर भेजा गया, जिससे यातायात नियमों की भी धज्जियां उडीं। वहीं तीसरी लापरवाही यह सामने आई कि ये सातों लोग क्वारंटान सैंटर के बाहर बैठकर ही टैस्ट होने का इंतजार करते रहे। वहीं चौथी और सबसे बड़ी लापरवाही यह थी कि इनमें से अधिकतर लोग टैस्ट का इंतजार करते-करते ऊना-नंगल हाईवे पर घूमते रहे। क्वारंटान सैंटर में रखे गए अन्य लोगों ने इसका जमकर विरोध किया।

इन सातों लोगों को ट्रैक्टर में लाने वाले चालक ने कहा कि ये सातों लोग ऊना के ईंट भट्ठा पर काम के लिए आए हैं और ईंट भट्ठा के मालिक ने ही ट्रैक्टर में इन सातों को टैस्ट के लिए ऊना लाने को कहा था। वहीं तहसीलदार साहब का जवाब सुनकर तो आप भी हैरान हो जाएंगे। तहसीलदार ने माना कि इन सातों को ट्रैक्टर-ट्रॉली में लाया गया है और इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया था। अब तहसीलदार साहब को कौन समझाए कि एक छोटी से ट्रॉली में 7 लोगों के बैठने से सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन कैसे होना था।

वहीं जब डीसी ऊना के सामने इस पूरी लापरवाही की बात आई तो उन्होंने एक क्षण की भी देरी नहीं की और तुरंत उस क्वारंटाइन सैंटरर में पहुंच गए जहां इन सातों को टैस्ट के लिए लाया गया था। इस दौरान डीसी ऊना ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को जमकर लताड़ भी लगाई। वहीं इसके बाद डीसी ऊना ने झलेड़ा स्थित क्वारंटान सेंटर का भी दौरा किया। डीसी ऊना ने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला आया है और इस पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

Vijay