कुल्लू की इस घाटी में अब खून की प्यासी नहीं बनेगी सड़क, दुर्घटनाओं पर ऐसे लगेगा अंकुश

Saturday, Sep 09, 2017 - 01:24 AM (IST)

कुल्लू: कई दर्जन जिंदगियों को लीलने वाली लगघाटी की सर्पीली सड़क अब खून की प्यासी नहीं बनेगी। इस सड़क पर दुर्घटना को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने की कवायद शुरू हो गई है। हालांकि इसका आगाज भी हो चुका है। लगघाटी में करीब 4 स्थानों पर क्रैश बैरियर का निर्माण हो रहा है। आने वाले समय में क्रैश बैरियर लगाने का कार्य पूरा हो जाएगा। वर्षों से घाटी के लोग क्रैश बैरियर को लगाने की मांग कर रहे हैं। दुर्घटना की दृष्टि से लगघाटी की सड़क बेहद संवेदनशील मानी जाती है। इस सड़क में कई स्थानों पर जानलेवा हादसे भी हो चुके हैं। 

इन जगहों पर लगाए जाएंगे क्रैश बैरियर
खलाड़ा नाला, सुम्मा मंदिर, छुटलीधार व भुट्टी के साथ क्रैश बैरियर लगाने की कवायद है। खलाड़ा नाला से इसका आगाज भी हो चुका है। करीब 200 मीटर के फासले में इसका निर्माण भी हो रहा है। घाटी की सड़क में कई स्थानों पर ब्लैक स्पॉट चिन्हित हो चुके हैं। इन स्थलों पर सुरक्षा की दृष्टि से क्रैश बैरियर लगाने की मांग की जा रही थी। पुलिस महकमे की ओर से भी इन स्थानों को चयनित किया गया था। कई दुर्घटनाएं होने के कारण लगघाटी की सड़क ने कई घरों के चिराग भी बुझा दिए हैं। 

दड़का और सुम्मा के बीच हो चुकी हैं कई दुर्घटनाएं
दड़का और सुम्मा के बीच में कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। सुम्मा की सड़क ने दर्जनों जिंदगियां लील ली हैं। पंजाब केसरी ने कई मर्तबा सुरक्षा की दृष्टि से लोगों की आवाज को अपनी खबर में प्रमुखता से प्रकाशित किया है। इसी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने इस तरह की योजना शुरू कर दी है। साढ़े 14 लाख के टैंडर के काम आबंटित भी चुके हैं। इसके बाद छुटलीधार, भुट्टी के 2 स्थान व सुम्मा में भी टैंडर के काम जल्द ही शुरू होने वाले हैं। इन स्थलों पर क्रैश बैरियर लगने से लगघाटी के तहत आने वाले ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटना होने पर अंकुश लगने के आसार हैं।

क्रैश बैरियर ने नदी में गिरने से बचाई जीप
लोक निर्माण विभाग कुल्लू के एस.डी.ओ. अजय पाल ने बताया कि लगघाटी में जिन भी स्थलों पर हादसे हुए हैं या हादसे होने के आसार थे, वहां पर क्रैश बैरियर लगाने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा भी कई अन्य स्थलों पर क्रैश बैरियर लगाने की योजना है। एक दिन पूर्व भी खलाड़ा नाला में सेब से लदी जीप को कै्रश बैरियर ने नदी में गिरने से बचा लिया है। संभावना जताई जा रही है कि लगघाटी में चिन्हित स्थलों पर क्रैश बैरियर लगने से हादसे पर अंकुश लग सकता है।