अब रेडियो पढ़ाएगा पाठ, हो रही है तैयारी

punjabkesari.in Thursday, Jul 16, 2020 - 01:32 PM (IST)

शिमला : कोरोना वायरस के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान कोरोना संक्रमितों के सामने आने के बाद से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। हालांकि अभी व्हाट्सएप ग्रुप पर ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है फिर भी शिक्षा विभाग पढ़ाई जारी रखने के की तैयारी कर रहा है। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में अब पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को भी रेडियो के माध्यम से पढ़ाई करवाई जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय इसके लिए प्रथम संस्था के साथ मिलकर रेडियो के लिए कंटेंट तैयार करेगा। हालांकि अभी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से करीब 70 फीसदी विद्यार्थियों तक ही पहुंच हो सकी है। ऐसे में सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई सुचारु तौर पर चलाए रखने के लिए निदेशालय ने रेडियो से पढ़ाई करवाने का फैसला लिया है। 

बुधवार को प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में इस बाबत बैठक भी हुई। शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल ने प्रथम संस्था के प्रतिनिधियों के साथ रेडियो से पढ़ाई करवाने के लिए कंटेंट तैयार करने को लेकर टिप्स दिए। निदेशक ने बताया कि प्रदेश के सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रखने के लिए रेडियो को चुना है। जल्द ही ऑल इंडिया रेडियो के स्थानीय चैनल के माध्यम से पढ़ाई करवाना शुरू किया जाएगा। नवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई 20 जुलाई के बाद शुरू होगी। उच्च शिक्षा निदेशालय का इस बाबत दूरदर्शन और ऑल इंडियो रेडियो के साथ पत्राचार जारी है। अभी इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। 

उधर, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों की दाखिला फीस को लेकर असमंजस की स्थिति है। शिक्षा निदेशालय से अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि बच्चों से दाखिला शुल्क समेत अन्य शुल्क लेने हैं या नहीं। इस कारण स्कूलों के प्रधानाचार्य परेशान हैं। सरकार ने पहले बयान जारी किया था कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी निजी स्कूल बच्चों से शुल्क नहीं वसूलेगा, लेकिन सरकारी स्कूलों के बारे में सरकार और शिक्षा विभाग से कोई बयान नहीं आया है। विभाग ने सभी स्कूल प्रभारियों को बच्चों के दाखिले ऑनलाइन करने के निर्देश दिए थे। अब स्कूलों में व्यक्तिगत तरीके से रजिस्टर में दाखिलों का ब्योरा दर्ज किया जा रहा है। आठवीं कक्षा तक बच्चों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है, लेकिन 9वीं, दसवीं, 11वीं और 12वीं कक्षा तक बच्चों से 110 रुपये कंप्यूटर एजूकेशन शुल्क के अलावा दाखिला और परीक्षा शुल्क अलग से लिया जाता है। हिमाचल शिक्षक मंच के संयोजक अश्वनी भट्ट, तपिश थाना, संजय मोगू और विजय शमशेर भंडारी ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि बच्चों की दाखिला फीस को लेकर शीघ्र स्थिति स्पष्ट की जाए। विभाग शीघ्र लिखित में आदेश जारी करे।
 


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Edited By

prashant sharma

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