अब चोर रास्तों से सीमा में प्रवेश कर रहे लोग

Monday, Mar 30, 2020 - 01:26 PM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : न भूख की चिंता और न ही थकान का शिकवा, मकसद एक ही है कि किसी तरह से अपनों के पास पहुंचना। ऐसी अवधारणा बनी है कि अपनों के पास पहुंच गए, तो शायद कोरोना वायरस जैसी महामारी से भी बच जाएं। लेकिन यहां रहे तो बेमौत ही मारे जाएंगे। इसी जद्दोजहद के बीच कई लोग अभी भी पैदल ही अपने घरों की ओर जा रहे हैं। अब इन लोगों द्वारा सड़क से नहीं बल्कि चोर रास्तों जैसे रेलवे ट्रैक सहित अन्य रास्तों से भी जा रहे हैं। जहां पर पुलिस की नजर भी शायद कम ही पहुंच पा रही है। 

हालांकि सरकार की ओर अब सख्त कार्यवाही की जा रही है लेकिन इसके वाबजूद भी लोगों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग रहा है। इस तरह के लोगों ने सिर्फ अपने घर पहुँचने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन यह लोग इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि यह लोग अपने साथ ही अपने परिवार की जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं। हालांकि, बाहरी राज्यों से आए लोगों के लिए प्रशासन खाने व राशन की उचित व्यवस्था भी कर रहा है लेकिन दिल में घर कर गया, डर अब पैर उठने से नहीं रोक पा रहा है।

वहीं चिंताजनक बात यह है कि ये लोग समूहों में ही वीरान सड़कों ओर रेलवे ट्रैक पर चल रहे हैं और अब देश में स्थिति भी ऐसी है कि इस महामारी के फैलने की आशंका जताई जा रही है। लेकिन इसके बाद भी यह लोग अनजान बने हुए हैं। वहीं डीएसपी ऊना ने जिला की सभी सीमाओं पर चैकसी बढ़ाने का दावा करते हुए कहा कि जिला में प्रवेश करने वालो को कोरेन्टाइन सेंटर में भेजा जा रहा है। वहीं चोर रास्तों से प्रवेश करने के सवाल पर डीएसपी ने कहा कि अगर कोई चोर रास्तों से घुसता मिलता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 

kirti