अब एक भूमि के नाम पर अलग-अलग बैंकों से नहीं लिया जा सकेगा ऋण

Wednesday, May 16, 2018 - 12:43 PM (IST)

चम्बा (विनोद): अपनी भूमि के बदले बैंकों से ऋण लेने के लिए लोगों को लंबे समय तक अब औपचारिकताओं के पूरा होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा तो साथ ही अब बैंक को कोई भी भूमि मालिक लोन लेने के लिए भ्रमित नहीं कर सकेगा। इस कार्य को जिला चम्बा में प्रभावी ढंग से अमलीजामा पहनाने के लिए जिला के राजस्व अधिकारियों तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पटवारियों को इस सॉफ्टवेयर के प्रयोग करने बारे प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बैंक व राजस्व विभाग भूमि के बदले ऋण लेने से संबंधित अपनी कार्रवाई को ऑनलाइन अंजाम देगा। 


इसके लिए मंगलवार को जिला मुख्यालय में एन.आई.सी. परिसर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में एन.आई.सी. के अधिकारी विरेंद्र गुप्ता ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को ऑनलाइन चार्ज भरने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस चार्ज के माध्यम से ही अब जमीन पर पहले आवेदन ने लोन लिया है या नहीं इस बारे पता चल जाएगा। यही नहीं इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने से आवेदन को एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय तक चक्कर लगाने के लिए मजबूर नहीं होगा।


अब तक क्या है व्यवस्था
जानकारी के अनुसार वर्तमान में अगर कोई व्यक्ति अपनी भूमि के बदले में बैंक से ऋण लेने के लिए आवेदन करता है तो संबंधित बैंक इससे संबंधित राजस्व विभाग की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए मैन्युअल ढंग से इस प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है। ऐसे में न सिर्फ आवेदन को तहसील, कानूनगो व पटवारखाने के चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बल्कि बैंक व राजस्व विभाग के बीच होने वाली इस प्रक्रिया में कई हफ्तों का समय लग जाता है। कभी अधिकारी की व्यस्थता तो कभी सरकारी छुट्टियों का दौर ऋण आवेदक को परेशानी में डाल देता है।


अभी नहीं हो सकेगा धोखा
इस सॉफ्टवेयर के प्रयोग से एक ही भूमि के बदले कई बैंकों से ऋण लेने वालों के मंसूबों पर पानी फिर जाएगा। जैसे ही धारक की इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऋण प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए बैंक ऑनलाइन चार्ज प्रक्रिया को शुरू करेगा तो उनको यह जानकारी उसी समय प्राप्त हो जाएगी कि उक्त भूमि मालिक ने पहले इसके आधार पर किसी से ऋण लिया है या नहीं। किसी आवेदक ने पहले ही उक्त भूमि के बदले ऋण ले लिया होगा तो सॉफ्टवेयर इस बारे में जानकारी बैंक को दे देगा, ऐसे में बैंक को धोखे में रखकर एक ही भूमि के बदले अलग-अलग बैंकों से ऋण लेने वालों के मंसूबे अब पूरे नहीं होंगे। 

Ekta