धूप में अब नो टेंशन! बिलासपुर पुलिस का कूल हेलमेट, अब ड्यूटी होगी सुपरहिट
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 05:14 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। गर्मी में घंटों धूप में खड़े रहकर ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए एक अच्छी खबर है। बिलासपुर पुलिस एक ऐसा खास हेलमेट लाई है, जिससे उन्हें गर्मी से राहत मिलेगी। यह हेलमेट हाई-टेक है और इसमें कूलिंग सिस्टम लगा है।
क्यों खास है यह हेलमेट?
बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवला ने बताया कि उन्होंने यह हेलमेट खासकर उन ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए मंगवाया है, जो कड़ी धूप में अपनी ड्यूटी करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे ट्रैफिक पुलिसकर्मी घंटों चिलचिलाती धूप में खड़े रहते हैं। यह नया हेलमेट उनके लिए बहुत फायदेमंद होगा, क्योंकि यह उन्हें गर्मी से बचाएगा और वे अपनी ड्यूटी को और अच्छे से कर पाएंगे।"
कैसे काम करता है यह हेलमेट?
इस हेलमेट में बैटरी से चलने वाला कूलिंग सिस्टम लगा है। यह सिस्टम एक बार चार्ज होने पर लगभग चार से पांच घंटे तक काम करता है. इसका मतलब है कि पुलिसकर्मी बिना किसी परेशानी के लंबे समय तक गर्मी से बचे रहेंगे. यह सिर्फ आरामदायक ही नहीं, बल्कि इससे पुलिसकर्मियों की काम करने की क्षमता भी बढ़ेगी. गर्मी में जब शरीर थका हुआ महसूस करता है, तो काम पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है, लेकिन यह हेलमेट उन्हें तरोताजा रखेगा।
अभी क्या हो रहा है?
एसपी धवला ने बताया कि अभी इस हेलमेट को सिर्फ डेमो के तौर पर मंगवाया गया है और इसकी टेस्टिंग चल रही है. पुलिस विभाग यह देख रहा है कि यह हेलमेट कितना असरदार है और पुलिसकर्मियों को कितना आराम दे पाता है. अगर इसके नतीजे अच्छे रहते हैं और पुलिसकर्मी इससे संतुष्ट होते हैं, तो आने वाले समय में ऐसे और हेलमेट खरीदे जाएंगे. इसका मतलब है कि भविष्य में बिलासपुर के ज़्यादातर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को यह खास हेलमेट मिल सकता है।
पुलिस विभाग की सराहनीय पहल
यह कदम दिखाता है कि पुलिस विभाग अपने कर्मचारियों का कितना ध्यान रखता है. ट्रैफिक पुलिसकर्मी हमारी सड़कों पर व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अक्सर मुश्किल हालात में काम करते हैं, खासकर गर्मी में. ऐसे में उनकी सुरक्षा और आराम का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. यह एक बेहतरीन और सराहनीय प्रयास है, जिससे पुलिसकर्मियों को बेहतर माहौल मिलेगा और वे अपनी ड्यूटी को और अच्छे से कर पाएंगे. उम्मीद है कि यह पहल दूसरे जिलों को भी प्रेरणा देगी और वे भी अपने पुलिसकर्मियों के लिए ऐसे ही इनोवेटिव तरीके अपनाएंगे.