अब नशा करके वाहन चलाने वालों पर कसेगा शिकंजा

Thursday, Apr 19, 2018 - 09:39 AM (IST)

शिमला: प्रदेश भर में शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों पर परिवहन विभाग जल्द शिकंजा कसने जा रहा है। पुलिस विभाग की तर्ज पर अब विभाग के आलाधिकारी भी एल्कोहल टैस्ट कर सकेंगे। नूरपुर हादसे के बाद विभाग ने सड़क सुरक्षा पर लगाम कसने के लिए नए कदम उठाए हैं। पुलिस की तरह अब उनके अधिकारी प्रदेश भर में कहीं भी एल्को सैंसर मशीन से एल्कोहल टैस्ट कर सकेंगे। इसके लिए विभाग प्रदेश के सभी आर.टी.ओ. कार्यालयों को एल्कोहल सैंसर मशीन देगा। इससे पहले नाकाबंदी, चैकिंग और निरीक्षण के दौरान पुलिस के पास ही एल्कोहल टैस्ट मशीन होती थी और सिर्फ वही मशीन से टैस्ट लेने के बाद वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई करते थे। लेकिन अब आर.टी.ओ. अपनी तर्ज पर निरीक्षण करते हुए खुद वाहन चालक का एल्कोहल टैस्ट करेंगे और वहीं मौके पर कार्रवाई करेंगे। परिवहन विभाग जल्द ही प्रदेश के सभी आर.टी.ओ. के लिए इन मशीनों को उपलब्ध करवाएगा।  


अधिक एल्कोहल पीने वाले वाहन चालकों के वाहन होंगे जब्त
निर्देशों के अनुसार एल्कोहल सैंसर मशीन से टैस्ट लेने के बाद किसी भी वाहन चालक की रिपोर्ट में 30 प्रतिशत से अधिक एल्कोहल की मात्रा पाई जाती है तो विभाग द्वारा उसी समय व्यक्ति का वाहन जब्त कर लेगा। चाहे व सरकारी वाहन हो या निजी वाहन विभाग किसी भी प्रकार की ढील नहीं छोड़ेगा।


क्या है एल्कोहल सैंसर मशीन
एल्कोहल सैंसर मशीनें एक तरह की इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस है। इस मशीन में जैसे ही कोई भी चालक या व्यक्ति मुंह से फूंक मारता है तो मशीन में व्यक्ति के शरीर में एल्कोहल की मात्रा डिवाइस में अंकित हो जाती है और साथ ही उकसी बॉडी में कितना एल्कोहल है उसका प्रिंट भी साथ निकल आता है। इसके अतिरिक्त मौके पर ऐसे वाहन चालक जिन्होंने वाहन चलाने से पहले एल्कोहल लिया है वीडियोग्राफी भी की जाएगी ताकि वह चालान होने या फिर लाइसैंस कैंसल होने पर बाद में ना नुकर न कर सकें। 
 

Ekta