अब हिमाचल भी उड़ रहा नशे के जहाज में, मौत के समान को खरीदने में बच्चे भी सबसे अागे

Friday, Sep 15, 2017 - 10:14 AM (IST)

शिमला : कृष्णा नगर में अवैध नशे का कारोबार खुलेआम हो रहा है, जिससे युवा पीढ़ी व स्कूली बच्चे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। इन दिनों नशे में धुत्त युवकों को खुलेआम देखा जा सकता है लेकिन इस पर रोक लगा पाना अब मुश्किल है। यही नहीं, नशे की गिरफ्त में आ रहे लोगों की वजह से अन्य लोगों पर भी इसका असर पड़ रहा है। हर कहीं रास्ते में नशे में धुत्त लोग महिलाओं के साथ उलझ जाते हैं। अब लोगों का रास्ते से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। इस संबंध में वीरवार को जनवादी महिला समिति की कोषाध्यक्ष सोनिया सभ्रवाल की अध्यक्षता में कृष्णानगर का प्रतिनिधिमंडल शराब व अन्य नशे के खिलाफ पुलिस अधीक्षक शिमला से मिला। महिला समिति ने एस.पी. को अवगत करवाया कि कृष्णानगर में अवैध नशे का धंधा काफी फलफूल रहा है, जिससे कृष्णा नगर में नौजवान और कम उम्र के बच्चे भी इस बुरी लत से बच नहीं पा रहे हैं। इस बुरी लत का कृष्णा नगर के बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है।

लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की
उनका भविष्य दाव पर लग चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम के समय में जब कोई सूफी आदमी या महिला रास्ते से गुजरते हैं तो नशेड़ी गाली-गलौच करते हैं। कृष्णानगर में घर-घर अवैध नशे का कारोबार हो रहा है। इस पर पुलिस द्वारा लगाम लगाई जानी चाहिए। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि शाम 6 बजे के बाद कृष्णानगर में पुलिस गश्त लगाई जानी चाहिए ताकि लोग सुरक्षित होकर रास्ते से गुजर सकें। महिला समिति ने यह भी रणनीति अब तैयार कर ली है कि अगर समय से पुलिस भी अवैध नशे पर रोक नहीं लगाती है तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

क्या कहती हैं एस.पी. 
पुलिस अधीक्षक सौम्या साम्बशिवन ने महिला प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को शीघ्र ही पूरी करने की कोशिश की जाएगी। नशे के अवैध कारोबार को बंद किया जाएगा। जो नशा बेच रहे हैं उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कृष्णानगर को जल्द ही नशामुक्त बनाया जाएगा।