कसोल के बाद अब यहां 25 अवैध होटलों को बंद करने की तैयारी

Thursday, Dec 14, 2017 - 12:55 AM (IST)

कुल्लू: पार्वती घाटी के कसोल से सटे छलाल और कटागला इलाके में हाईकोर्ट के आदेशों पर बुधवार को पर्यटन विभाग सहित अन्य महकमों के अधिकारियों की टीम ने दबिश दी। इस दौरान टीम ने 30 से अधिक होटलों में जाकर दस्तावेज खंगाले। इस दौरान 2 दर्जन के करीब होटल, गैस्ट हाऊस, रेस्तरां और होम स्टे अवैध पाए गए। इन होटल मालिकों व अन्य कारोबारियों को टीम ने नोटिस जारी किए हैं। जल्द ही इनके बिजली-पानी के कनैक्शन काटने की भी प्रक्रिया शुरू हो सकती है। 

भवन मालिकों के पास दस्तावेज के नाम पर कुछ नहीं
ग्रामीण क्षेत्रों में बने आलीशान भवनों में होटलों जैसी सुविधा तो पर्यटकों को मुहैया करवाई जा रही है लेकिन होटलों, गैस्ट हाऊस व होम स्टे के नाम पर कहीं पंजीकरण हैं ही नहीं। जब दस्तावेज मांगे गए तो भवन मालिकों के पास दस्तावेजों के नाम पर कुछ भी नहीं था, ऐसे में टीम ने इन लोगों को नोटिस थमा दिए। यदि कोई दस्तावेज प्रस्तुत कर पाया तो बिजली-पानी के कनैक्शन कटने से बच जाएंगे। कई भवन वन भूमि पर भी पाए गए हैं। इन दिनों जिला प्रशासन ने नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेशों पर होटलों पर जांच खोली हुई है।

एन.जी.टी. ने जारी की है 1700 होटलों की सूची
 नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 1700 होटलों की सूची जारी करते हुए इनकी जांच करने को कहा है। दूसरी ओर हाईकोर्ट ने कसोल इलाके के होटलों को जांचने के आदेश दिए हैं। कुछ ही दिन पहले कसोल में 42 अवैध होटलों, गैस्ट हाऊस, होम स्टे व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बिजली-पानी के कनैक्शन काटे गए हैं। अब कसोल के आसपास के इलाकों में गाज गिरना तय माना जा रहा है। 

अन्य होटलों के खिलाफ भी होगी जांच शुरू 
दूसरी ओर कुल्लू-मनाली के अन्य होटलों के खिलाफ भी जांच शुरू की जा रही है। नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेशों से अवैध कारोबार चलाने वाले लोगों और अन्य अवैध कब्जा धारियों के होश उड़े हुए हैं। पार्वती घाटी के छलाल और कटागला के बाद टीम आसपास के अन्य क्षेत्रों और मणिकर्ण में कार्रवाई करेगी। अभी कई और अवैध होटल व अन्य गैस्ट हाऊस व रेस्तरां अवैध पाए जाने के आसार हैं। वन भूमि पर ही कई भवन खड़े होने से टीम भी हैरान रह गई।