अब एफ.पी.सी.सी. विशेषज्ञ करेंगे भूतनाथ पुल की जांच

Sunday, Jan 20, 2019 - 03:17 PM (IST)

कुल्लू (शम्भू): प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की नींद उड़ाने वाले दरके हुए भूतनाथ पुल की जांच अब एफ.पी.सी.सी. नामक विदेशी कंपनी के विशेषज्ञ करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर की इस कंपनी के विशेषज्ञों की टीम 23 जनवरी को कुल्लू पहुंचेगी। इससे पूर्व पुल निर्माण में महारत हासिल कर चुके आलोक पांडे भी इस दरके हुए पुल को जांच चुके हैं। लोक निर्माण विभाग की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि वामतट की तरफ से पुल का बेस प्रभावित हुआ है। वह क्षेत्र स्लाइडिंग जोन होने के कारण ऐसा हुआ। उस क्षेत्र में मिट्टी खिसकती रहती है और कई मकान भी इसी वजह से वामतट मार्ग पर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

पुल के दरकने के सही कारणों का खुलासा करेगी टीम

निरीक्षण के लिए आ रही टीम पुल के दरकने के सही कारणों का खुलासा करेगी। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के.के. शर्मा ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि पुल का झुकाव बढऩे के कारण ही इस पर ट्रैफिक को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुल के झुकने का सितम्बर माह में पता चल गया था, उसके बाद इस पुल का लगातार विभाग निरीक्षण करता रहा। अब इस पर ट्रैफिक बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि 23 जनवरी को कंपनी के विशेषज्ञों की टीम आकर इस पुल की जांच करेगी और इस पुल को ठीक करने के लिए क्या किया जाना चाहिए इस संदर्भ में भी टीम बताएगी।

2 करोड़ रुपए से बनेगा वैली ब्रिज

उन्होंने कहा कि वैकल्पिक तौर पर अखाड़ा बाजार में वैली ब्रिज का निर्माण कार्य शनिवार को शुरू कर दिया गया है। वैली ब्रिज 2 करोड़ रुपए से बनेगा और 2 माह के भीतर यह तैयार हो जाएगा। भूतनाथ पुल का एक हिस्सा झुक गया है। जब तक  इन दोनों हिस्सों के मध्य निर्धारित दूरी रहती है तब तक पुल को सही मान सकते हैं। यदि दोनों हिस्से आपस में मिल जाएं तो पुल को असुरक्षित घोषित करना पड़ता है।

ठेकेदार और डिजाइनर को भेजे नोटिस

के.के. शर्मा ने कहा कि पुल की दुर्गति के बाद लोक निर्माण विभाग ने संबंधित ठेकेदार और डिजाइनर को नोटिस भेजे थे। दोनों को कुल्लू तलब किया गया था लेकिन वे कुल्लू नहीं आए। हालांकि उन्होंने लिखित जवाब में कहा है कि पुल निर्माण में किसी तरह की कोई कमी नहीं रही है। निर्माण सामग्री भी मापदंडों के अनुसार ही इस्तेमाल की गई है। इनके खिलाफ आगामी कार्रवाई 23 जनवरी को विशेषज्ञों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण के बाद ही की जाएगी। इस मौके पर सहायक अभियंता विनय हाजरी भी मौजूद रहे।

स्थानांतरित भी हो सकता है वैली ब्रिज

2 करोड़ रुपए से बन रहा वैली ब्रिज बाद में उखाड़ कर जरूरत के अनुसार किसी अन्य जगह भी लगाया जा सकता है। फिलहाल लोगों को राहत पहुंचाने के लिए यह वैली ब्रिज बनाया जा रहा है। भविष्य में किसी अन्य जगह वैली ब्रिज की जरूरत पड़ती है तो इस वैली ब्रिज को वहां भी शिफ्ट कर सकते हैं।

ठेकेदार होगा ब्लैकलिस्ट

के.के. शर्मा ने कहा कि 23 जनवरी को विशेषज्ञों की टीम निरीक्षण के बाद अपना सुझाव देगी। तमाम वजहों के संदर्भ में भी टीम अवगत करवाएगी। निरीक्षण में यदि ठेकेदार की ओर से कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

Vijay