एक बरसात भी नहीं झेल पाईं निकासी नालियां, ठेकेदार को नोटिस जारी

Friday, Jul 20, 2018 - 06:38 PM (IST)

नाहन: सरकार द्वारा विकास के लिए पैसा तो खर्च कर दिया जाता है लेकिन पैसे का सही इस्तेमाल हो रहा है यह शायद ही कोई ध्यान देता हो। ऐसा ही मामला यहां जिला मुख्यालय में हाईवे के किनारे देखने को मिला जहां बरसाती पानी के लिए सीमैंट की बनाईं गईं नालियां एक बरसात भी नहीं झेल पाईं और आधी से ज्यादा पानी में बह गईं, ऐसे में सवाल उठता है कि इन नालियों के निर्माण में सही सामग्री का प्रयोग हुआ या नहीं? ऐसे में विभाग को संबंधित ठेकेदार पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।


नैशनल हाईवे अथॉरिटी ने ठेके पर दिया था काम
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा नाहन से शक्तिनगर दोसड़का तक करीब साढ़े 3 किलोमीटर के हिस्से में सड़क के किनारे बरसाती नालियां बनाए जाने के लिए एक ठेकेदार को ठेका दिया गया था। हालांकि हाईवे अथॉरिटी का मानना है कि बरसात के मौसम में निर्माण कार्य नहीं होता, जिसके चलते नालियों को नुक्सान हुआ है। बरसात में निर्माण कार्य न किए जाने को लेकर ठेकेदार को पहले भी कहा गया था।


ठेकेदार को जारी हुआ नोटिस, पेमैंट भी रोकी
बरसाती नालियों के एक ही बरसात में बह जाने व खराब हो जाने के बाद नैशनल हाईवे अथॉरिटी हरकत में आई है। फिलहाल अथॉरिटी द्वारा संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उक्त नालियों की पुन: मुरम्मत कर उन्हें तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा यह भी साफ निर्देश दिए गए हैं कि अब भुगतान बरसात के बाद ही होगा जब नालियां पूरी हो जाएंगी और बरसात में टिकेंगी भी।


बरसात में ही क्यों शुरू हुआ काम
उधर, बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि विभाग को नालियों का काम करवाना ही था तो बरसात के पहले गर्मियों में करवाना चाहिए था लेकिन बरसात के दौरान नालियों का निर्माण किया जाना क्या विभाग की कमी नहीं है। कई स्थानों पर तो पूरी नाली बह गई है और मिट्टी दिखाई दे रही है। इससे नुक्सान होना लाजिमी है, वहीं निर्माण के दौरान प्रयोग की गई सामग्री भी सवालों के घेरे में है। 

Vijay