फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी को नोटिस, इस कारण विभाग ने लिया यह एक्शन

Sunday, Jul 22, 2018 - 11:06 AM (IST)

सोलन : खनन विभाग ने परवाणु से सोलन तक फोरलेन का निर्माण कर कंपनी को रॉयल्टी जमा करने के लिए नोटिस जारी किया है। फोरलेन के निर्माण में हिमाचल के खनिज का उपयोग करने पर यह एक्शन लिया गया है। करीब 30 लाख रुपए के आसपास यह रॉयल्टी बनती है। कंपनी द्वारा तिमाही में इसे जमा किया जाता है। जुलाई माह से यह देय है। यही कारण है कि खनन विभाग ने कंपनी को इस तिमाही की रॉयल्टी जमा करने के लिए नोटिस जारी किया है। कंपनी द्वारा विभाग में अपना प्रोडक्शन डाटा जमा किया जाएगा जिसके आधार पर ही रॉयल्टी निर्धारित होगी। फोरलेन के निर्माण में कंपनी द्वारा स्थानीय पत्थरों का ही उपयोग किया जा रहा है।

 
यह पत्थर फोरलेन निर्माण के लिए हो रही कटिंग से ही निकल रहे हैं। इसके अलावा कंपनी का अपना क्रशर भी है जिसमें पत्थरों को क्रश कर बजरी तैयार की जा रही है। सूत्रों की मानें तो अभी तक कंपनी द्वारा करीब 3.30 करोड़ रुपए रॉयल्टी के रूप में जमा कर दिए हैं। फोरलेन के निर्माण में अभी तक करीब 5.50 लाख टन खनिज (पत्थर व मिट्टी) का उपयोग किया जा चुका है। पत्थर के लिए रॉयल्टी 60 रुपए प्रति टन तथा मिट्टी की रॉयल्टी की दर 30 रुपए प्रति टन है। इसके आधार पर ही विभाग द्वारा कंपनी से रॉयल्टी ली जा रही है। परवाणु से सोलन तक बन रहे फोरलेन निर्माण के दौरान प्रचुर मात्रा में पत्थर निकला है। इससे कंपनी को काफी लाभ भी हुआ है। यदि यहां पत्थरों का भंडार नहीं मिलता तो कंपनी को यह खरीदना भी पड़ सकता है। 

kirti