सुसाइड नहीं, सब इंस्पैक्टर धनदेव का हुआ था मर्डर

Wednesday, Feb 22, 2017 - 11:57 PM (IST)

गोहर: बिहार के अरेरिया में 52 बटालियन में तैनात मंडी जिला के गोहर उपमंडल की तुना पंचायत के दाड़ी गांव के एस.एस.बी. सब इंस्पैक्टर धनदेव ने आत्महत्या नहीं बल्कि उसका मर्डर किया गया था। इस संबंध में नंदगंज उत्तर प्रदेश पुलिस ने 302 के तहत मुकद्दमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। थाना नंदगंज के जांच अधिकारी सुशील यादव ने धनदेव मामले में 302 के तहत केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि धनदेव की मौत से पूर्व जो एस.एस.बी. के सैनिक उनके साथ थे वे इस समय छत्तीसगढ़ में गए हैं, जिनके आने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी। उधर, धनदेव की पत्नी बती देवी ने मांग की है कि उनके पति के शहीद होने के बाद एस.एस.बी. ने उनके पति की मौत को लेकर परिजनों को मात्र पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाथ में थमाई है। उन्होंने कहा कि न प्रशासन, न सरकार और न एस.एस.बी. ने उनके पति की मौत पर गंंभीरता दिखाई है। 

खेतों मेें पेड़ से लटका मिला था शव 
बता दें कि 31 जनवरी को गोहर की तुना पंचायत के दाड़ी गांव के सब इंस्पैक्टर धनदेव का बिहार के देव कलीग्राम में खेतों मेें पेड़ से लटका शव बरामद हुआ था। शव सौंपने पर एस.एस.बी. के अधिकारियों ने जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी थी। उसमें धनदेव की मौत हैड इंजरी से हुई चिकित्सकों द्वारा लिखी गई थी। परिजनों की मांग पर एस.डी.एम. गोहर राघव शर्मा ने लिखित रूप से एस.एस.बी. बटालियन शमशी कुल्लू हैडक्वार्टर को सूचित कर दिया है। 

एस.एस.बी. हैडक्वार्टर को दी थी लिखित शिकायत
एस.डी.एम. गोहर राघव शर्मा ने बताया कि उन्होंने एस.एस.बी. हैडक्वार्टर हिमाचल को लिखित रूप से धनदेव मामले से संबंधित कार्रवाई करने की मांग की है। धनदेव के दामाद गोपाल ने बताया कि एस.एस.बी. उनके ससुर के मौत मामले में जांच को सही दिशा में नहीं ले जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और सांसद मंडी राम स्वरूप शर्मा से इस मामले को गंभीरता से उठाने की मांग की है। 

2 माह बीत जाने के बाद भी नहीं मिला शहीद का दर्जा
गांव पहुंचे धनदेव के शव को अपनाने से मना करने पर कमांंडैंट दिल्ली एस.एस.बी. ने एस.डी.एम. गोहर राघव शर्मा से बातचीत के बाद आश्वासन दिया था कि धनदेव की मौत कैसे भी हुई हो मगर उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाएगा लेकिन 2 माह बीत जाने के बाद भी मामले में एस.एस.बी. की तरफ से कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई।  पुलिस थाना नंंदगंज यू.पी. के जांच अधिकारी सुशील यादव ने मामले की पुष्टि की है।