निर्भया मामला: पुलिस को देख झुग्गियों में घुसा संदिग्ध, प्रवासियों ने थाने में किया हंगामा

Wednesday, May 31, 2017 - 02:07 AM (IST)

कुल्लू: भुंतर में नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म व निर्मम हत्या के मामले में पुलिस जांच ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस कर्मियों ने सोमवार को भुंतर बाजार में घूम रहे एक संदिग्ध को जब रोककर पूछताछ करनी चाही तो वह वहां से भाग खड़ा हुआ। पुलिस कुछ देर तो असमंजस की स्थिति में रही लेकिन बाद में पुलिस ने उस संदिग्ध का पीछा करना शुरू कर दिया। इस दौरान वह भागते हुए झुग्गियों में जा घुसा। दरअसल वह शख्स उन्हीं झुग्गियों में गया जहां वारदात का शिकार नाबालिग लड़की रहती थी।

प्रवासियों ने किया पुलिस कर्मियों का घेराव
जब पुलिस भी झुग्गियों के पास पहुंची और उस व्यक्ति को बुलाना चाहा तो झुग्गियों में रहने वाले सभी लोगों ने पुलिस कर्मियों को घेर लिया। पुलिस के दिमाग में निर्भया रेप एंड मर्डर केस घूम रहा था और इसी शख्स पर शक गहराता गया। पुलिस को देखकर उसका सकपकाना और भाग खड़े होने की घटना ने हालांकि कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। पुलिस जब उसे थाने लेकर गई तो झुग्गियों में रहने वाले प्रवासी लोग भी थाने के पास पहुंच गए। वहां उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझाकर वापस भेजना चाहा तो वे सभी लोग थाने से कुछ दूर जाकर बैठे गए। 

किसी आपराधिक गतिविधि में संलिप्त हो सकता है व्यक्ति
वहीं पुलिस ने जब हिरासत में लिए गए शख्स से वजह पूछी तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस शख्स से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस इस शख्स को निर्भया दुष्कर्म एवं हत्या मामले से जोड़कर देख रही है। पुलिस का कहना है कि यह व्यक्ति बाजार से पुलिस को देखकर भागा क्यों? भागते-भागते इसका झुग्गियों में जा घुसना भी कई बातों की ओर इशारा कर रहा है। पुलिस का मानना है कि हो सकता है यह व्यक्ति किसी अन्य आपराधिक गतिविधि में संलिप्त हो या किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में हो। पुलिस इन सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।  

मानवाधिकार आयोग ने दर्ज किया मामला
उधर, निर्भया मामले में पुलिस की नाकामी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता देशराज शर्मा द्वारा उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस एच.एल. दत्तु को लिखे शिकायत पत्र पर आयोग ने मामला दर्ज कर लिया है। देशराज शर्मा के अनुसार मामला निर्भया डायरी नंबर 75913/सीआर/2017 तथा सत्यापन के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर 69/8/6/2017 के तहत दर्ज कर लिया गया है। देशराज शर्मा ने बताया कि अब उम्मीद है कि आयोग की टीम जल्द ही केस की मॉनीटरिंग करेगी जिससे उच्च स्तरीय जांच से शीघ्र ही हिमाचल के माथे से यह कलंक धुलेगा।