NHAI प्रबंधन बिना मुआवजे के तोड़ रहा फोरलेन प्रभावितों के मकान

Saturday, Jan 05, 2019 - 11:22 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): नेरचौक-मनाली फोरलेन प्रभावितों को एन.एच.ए.आई. प्रबंधन की दोहरी नीति का शिकार होना पड़ रहा है। लोगों का आरोप है कि एन.एच.ए.आई. प्रबंधन बिना मुआवजे के किसानों, बागवानों के जबरन आशियाने हटाने के लिए कार्रवाई को अंजाम दे रहा है, जिससे पनारसा के पास एन.एच.ए.आई. प्रबंधन ने पुलिस बल की मौजूदगी में बिना मुआवजा दिए कई मकानों को मशीनरी लगाकर हटाया, जिसके बाद एन.एच.ए.आई. प्रबंधन के खिलाफ प्रभावितों ने मोर्चा खोला और कई प्रभावितों ने एन.एच.ए.आई. के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्रबंधन के खिलाफ प्रभावितों ने जबरन मकान हटाने का आरोप लगाया और एन.एच.ए.आई. प्रबंधन के खिलाफ  सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की।

कानून का उल्लंघन कर रहा एन.एच.ए.आई. प्रबंधन

स्थानीय महिलाओं ने एन.एच.ए.आई. प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उन्हें जबरन बिना मुआवजे के घरों से बेघर किया जा रहा है और इस सर्दी के मौसम में वे परिवार के साथ कहां जाएं और दूसरी तरफ सरकार से मांग की है कि प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाए। बिना मुआवजे के घरों से बेदखल कर कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को एन.एच.ए.आई. के प्रोजैक्ट डायरैक्टर गुमराह कर रहे हैं जिससे एल.ए.ओ. के पास प्रभावितों के मामले उचित मुआवजे के लिए विचाराधीन हैं। दूसरी तरफ  प्रभावितों के मकानों को जबरदस्ती खाली करवाया जा रहा है, जिससे प्रभावितों के साथ अन्याय हो रहा है।

हाईकोर्ट ने दिए थे उचित मुआवजा देने के आदेश

ग्राम पंचायत चैहतीगढ़ के प्रधान प्रेम सिंह ठाकुर ने कहा कि एन.एच.ए.आई. के प्रबंधन ने जबरदस्ती घरों को तोड़ा जिससे लोग बेघर हुए हैं। मामले में हाईकोर्ट ने 2 सप्ताह के भीतर उचित मुआवजे के बाद घरों को हटाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद अभी तक प्रभावितों को मुआवजा नहीं मिला और एक षड्यंत्र के तहत प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर जबरन कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।

सर्द मौसम में कहां ढूंढेंगे ठिकाना

स्थानीय प्रभावित महिला रेलमा ने कहा कि एन.एच.ए.आई. प्रबंधन के अधिकारी व फोरलेन निर्माण कंपनी के कर्मचारी व अधिकारी जबरदस्ती घरों को तोड़ कर लोगों को बेघर कर रहे हैं। आज भी 2 मकानों को तोड़ा गया। उन्होंने कहा कि घर तोड़े जाने के बाद अब उस घर में रहने वाले लोग कहां जाएंगे। सर्द मौसम में कहां रहने के लिए ठिकाना ढूंढेंगे। 

Vijay