प्लांट में NGT की टीम ने दी दबिश, सरसा नदी में मिल रहे काले पानी को देखकर हुई हैरान

Tuesday, Sep 10, 2019 - 10:23 AM (IST)

बद्दी (चौधरी): बद्दी के केंदूवाल स्थित सी.ई.टी.पी. प्लांट में सोमवार को नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीम ने दबिश दी। एन.जी.टी. की कार्यकारी समिति के चेयरमैन जस्टिस प्रितम पाल की अगुवाई में 6 सदस्यीय टीम ने जब सी.ई.टी.पी. का औचक निरीक्षण किया तो सरसा नदी में सीधे मिल रहे झागयुक्त काले पानी को देखकर दंग रह गए। सी.ई.टी.पी. की टूटी हुई पाइप लाइनों से जहारीला पानी सरसा नदी के पानी में जहर घोल रहा था।

यही नहीं जांच के दौरान सी.ई.टी.पी. प्लांट की कई मशीनरियां भी बंद पाई गईं। गौरतलब है कि केंदूवाल में बी.बी.एन. के उद्योगों के गंदे पानी को साफ करने के लिए लगाया गया सी.ई.टी.पी. की कार्यप्रणाली पर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। सी.ई.टी.पी. के आसपास के लगभग एक दर्जन गांवों के बाशिंदे बीते कई वर्षों से सी.ई.टी.पी. के प्रदूषण के खिलाफ लामबंद हैं। एन.जी.टी. की टीम ने सुबह 9 बजे सी.ई.टी.पी. में दबिश दी थी और सैंपल भी भरे। सी.ई.टी.पी. बी.बी.एन. के उद्योगों के रसायन युक्त पानी को साफ करने के दावे करता है लेकिन जब एन.जी.टी. की टीम प्लांट पहुंची तो हकीकत हैरान करने वाली थी।

सी.ई.टी.पी. के हैड अशोक शर्मा का कहना है कि एन.जी.टी. की टीम ने सी.ई.टी.पी. केंदूवाल की सैंपलिंग की है। उन्होंने बताया कि टीम का औचक निरीक्षण था और सैंपल जांच के लिए टीम साथ लेकर गई है। स्थानीय मलपुर पंचायत के आधा दर्जन गांवों में सी.ई.टी.पी. के वायु व जल प्रदूषण ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। पंचायत ने कई प्रदूषण बोर्ड से लेकर आला अधिकारियों तक प्रदूषण का मुद्दा उठाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

Edited By

Simpy Khanna