दूसरे दिन भी विधानसभा में गूंजा गुड़िया का मसला, नियम 67 पर चर्चा को लेकर हंगामा

Wednesday, Aug 23, 2017 - 03:17 PM (IST)

शिमला (विकास): हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही बलवंत नेगी पूर्व सदस्य के आकस्मिक निधन पर शोकोद्गार से हुई। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई भाजपा के चीफ विहिप सुरेश भारद्वाज फिर से अपनी कल की मांग प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की मांग पर अड़ गए। लेकिन आज फिर विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की मांग को ये कह कर खारिज़ कर दिया कि इस पर नियम 67 के तहत चर्चा नहीं हो सकती है। इस पर उन्होंने नियम 130 के तहत चर्चा दी है। इसलिए विपक्ष नियम 67 की मांग छोड़कर 130 के तहत  चर्चा करें। लेकिन विपक्ष ने स्पीकर की एक न सुनी। इसी बीच भाजपा ने सदन के अंदर ही दूसरे दिन फिर से सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। 


सदन की कार्यवाही के बीच विपक्ष की नारेबाजी जारी रही
भाजपा की नारेबाजी  के बीच सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई। जिसे बढ़ाकर 12 बजे तक किया गया। 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष फिर 67 स्थगन प्रस्ताव को लेकर चर्चा पर अड़ गया। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू करने की घोषणा कर दी। भाजपा ने सदन के अंदर ही नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी करते हुए विपक्ष के सभी विधायक स्पीकर के सामने वाली वैल में आ गए। सदन की कार्यवाही के बीच विपक्ष की नारेबाजी जारी रही। स्पीकर बार-बार विपक्ष से चर्चा में भाग लेने की विनती करते रहे जब वह नहीं माना तो सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। 


कानून व्यवस्था में कोई खराबी नहीं, भाजपा इसे बिगाड़ने में लगी
भाजपा के शोर शराबे को लेकर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा जिस तरह के असभ्य नारे लगा रही है वह सदन की मर्यादा के खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विपक्ष के हर सवाल का जबाब देने को तैयार है। यहां तक की कानून व्यवस्था पर भी वह जबाब देने के लिए तैयार थे लेकिन विपक्ष बेवजह हल्ला कर सदन को नहीं चलाने देना चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में कोई खराबी नहीं है लेकिन सीपीआईएम एवं भाजपा मामलों को तूल देकर प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगाड़ने में लगे हुए है। उधर विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल की गैरमौजूदगी में मोर्चा संभाले भाजपा चीफ विहिप सुरेश भारद्वाज ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार जानबूझकर कर चर्चा से भाग रही है। ऐसा जब धर्मशाला में उन्होंने किया था तो उन्हें विधानसभा से दो दिन के लिए निलंबित कर दिया था। अब अध्यक्ष से आशा कुमारी को भी निलंबित करने की मांग उठाई है।