फिजियोथैरेपिस्ट सुसाइड केस में आया नया मोड़, SIT को कमरे से मिले ये सबूत

Friday, Sep 15, 2017 - 07:55 PM (IST)

बिलासपुर: फिजियोथैरेपिस्ट डा. ज्योति ठाकुर की आत्महत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। एस.आई.टी. की जांच में पुलिस की पूरी ही थ्योरी उलटी पड़ गई है। हालांकि पुलिस पहले दावा कर रही थी कि मृतका के कमरे से कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली है लेकिन वीरवार को एस.आई.टी. की टीम मौके पर पहुंची तो पुलिस के दावों की पोल खुल गई। एस.आई.टी. टीम को मृतका के कमरे से एक लैपटॉप, एक सिम और एक टूटा हुआ मोबाइल फोन मिला है। एस.आई.टी. ने इन चीजों को मृतका के परिजनों की मौजूदगी में अपने कब्जे में लिया तथा मोबाइल फोन व टूटी हुई सिम किसकी है, इसकी खोजबीन शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस लैपटॉप को भी खंगालने की कोशिश कर रही है, लेकिन लैपटॉप में मिली किसी भी जानकारी को सार्वजनिक करने से परहेज ही कर रही है।

मृतका के वायरल फोटो के सोर्स को ढूंढने में जुटी पुलिस
वहीं मृतका के भाई आशीष ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने पहले उसकी बहन के कमरे से कुछ भी महत्वपूर्ण बरामद नहीं होने की बात कही थी। किसी ने भी कमरे में कोई छेड़छाड़ नहीं की। एस.आई.टी. के आने पर एक लैपटॉप, एक सिम और एक टूटा हुआ मोबाइल फोन का मिलना पुलिस के दावों की पोल खोलता है। वहीं मामले के काफी पेचीदा होने पर एस.आई.टी. भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस मृतका की सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो की भी छानबीन कर रही है तथा यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस फोटो को मृतका के परिजनों के आने से पहले किसने सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वहीं एस.आई.टी. ने इस मामले में एक निजी चिकित्सक और होमगार्ड के जवान को भी तलब किया है और उनसे भी पूछताछ की है, लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है।

यह है मामला
बता दें कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत हमीरपुर निवासी फिजियोथैरेपिस्ट डा. ज्योति ठाकुर का शव गत 6 सितम्बर को उसके रौड़ा स्थित निजी आवास में पंखे से लटकता मिला था तथा मृतका के परिजन उस दिन करीब 2 बजे वहां पर पहुंचे थे जबकि मृतका का फंदे पर लटका फोटो करीब 11 बजे सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला करार दिया था लेकिन मृतका के परिजनों ने इसे हत्या करार देकर इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की थी। हालांकि अभी तक मृतका की फोरैंसिक रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस फोरैंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है। एस.आई.टी. के प्रमुख एवं डी.एस.पी. घुमारवीं राजेश कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन जारी है तथा वह इस बारे में कुछ भी नहीं बता सकते। वहीं एस.पी. बिलासपुर अंजुम आरा ने बताया कि मृतका के निजी आवास से कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं, जिन्हें फोरैंसिक लैब भेज दिया गया है।