आश्रम में बच्चियों से दुष्कर्म मामले में आया नया मोड़, जानने के लिए पढ़ें खबर

Thursday, Sep 28, 2017 - 10:08 PM (IST)

चम्बा: चिल्ली आश्रम की 6 बच्चियों के साथ दुष्कर्म मामले की अपनी जांच प्रक्रिया को पुलिस ने आगे बढ़ाते हुए बालिक आश्रम चिल्ली में तैनात एक और कर्मचारी को हिरासत में लिया है तो साथ ही इस मामले को अब भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत दर्ज कर अपनी जांच को आगे बढ़ाया है। मामले में अभी तक हिरासत में लिए गए 4 लोगों को पुलिस ने वीरवार को अदालत के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस बात की पुष्टि ए.एस.पी. चम्बा विरेंद्र सिंह ठाकुर ने की है। दूसरी तरफ इस मामले में एक नया पेंच आ गया है। बताया जा रहा है कि सभी 6 लड़कियों का बुधवार शाम को मैडीकल करवाया गया था उसमें इनके साथ दुष्कर्म होने की कोई बात सामने नहीं आई है। 

मैडीकल रिपोर्ट को लेकर हर कोई हैरान
पुख्ता जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम तक सभी 6 लड़कियों की मैडीकल जांच प्रक्रिया को मैडीकल कालेज चम्बा में अंजाम दिया गया। इस रिपोर्ट के सामने आने पर पुलिस व प्रशासन के माथे पर भी चिंता के बल पड़ गए हैं। हैरान करने वाली बात है कि मैडीकल करने के दौरान चिकित्सक से भी उक्त बच्चियों ने अपने साथ आश्रम के कुछ कर्मचारियों द्वारा दुष्कर्म करने की बात दोहराई। हर कोई इस बात को लेकर अचंभित है कि बच्चियों के बार-बार कहने के बावजूद मैडीकल रिपोर्ट में उनके साथ दुष्कर्म होने की बात सामने क्यों नहीं आई है। उधर मैडीकल रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए शिकायतकत्र्ता बच्चियों के सैंपल लेकर फोरैंसिक लैब को जांच के लिए भेजने की बात कही जा रही है।

यह माना जा रहा कारण 
मैडीकल रिपोर्ट में ऐसा कुछ न होने की बात सामने आने का कारण यह माना जा रहा है कि बच्चियों के साथ जो भी घटना घटी है उसे बीते कई दिन हो चुके हंै। चिकित्सा विशेषज्ञों की माने तो दुष्कर्म होने के 24 घंटों के भीतर ही ऐसे मामलों में सबसे बेहतर रिपोर्ट आती है। इसके बाद जैसे-जैसे समय गुजरता जाएगा वैसे-वैसे रिपोर्ट में दुष्कर्म होने की पुष्टि की संभावना कम होती जाती है। कुल मिलाकर पुलिस इस मामले से जुड़े प्रत्येक पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच प्रक्रिया को अंजाम देने में जुट गई है। 

आश्रम का स्टाफ हुआ स्थानांतरित
चिल्ली बालिका आश्रम का बुधवार को डी.सी. चम्बा सुदेश मोख्टा ने आश्रम का दौरा किया था और मौके पर ही मौजूद बाल कल्याण परिषद हिमाचल प्रदेश राज कुमारी सोनी को यहां के स्टाफ को बदलने के लिए कहा था। जिस पर सोनी ने भरोसा दिलाया था कि अगले 24 घंटों के भीतर आश्रम के स्टाफ को बदल दिया जाएगा। वीरवार को इस कार्य को अंजाम देते हुए परिषद ने यहां तैनात अधीक्षक को छोड़ अन्य सभी कर्मचारियों को अन्य आश्रम में स्थानांतरित कर दिया है। डी.सी. चम्बा ने पुष्टि करते हुए कहा कि  परिषद अगले एक-दो दिनों में अधीक्षक को भी यहां से बदलने जा रही है।

कौन-कौन हुए अब तक गिरफ्तार 
ए.एस.पी. चम्बा ने बताया कि आश्रम की 6 बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने के मामले में अब तक पुलिस ने जिन 4 लोगों को हिरासत में लिया है उसमें महिंद्र, टेक चंद, ब्यासो राम व जगदीश चंद का नाम शामिल है। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि इस मामले में मैडीकल रिपोर्ट अहम रहती है लेकिन समय अधिक होने के चलते कई बार रिपोर्ट में यह बात सामने नहीं आती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस इस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है। पुलिस इस मामले में जुड़े अन्य साक्ष्यों को जुटाने में जुटी हुई है। पुलिस रिमांड इसमें सबसे अहम कड़ी है। उम्मीद है कि इस रिमांड अवधि के दौरान आरोपी मामले की सच्चाई को अवश्य बताएंगे।

समय बीतने के साथ रिपोर्ट होती है प्रभावित
मैडीकल कालेज में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक अलीजा पाल ने पंजाब केसरी के बातचीत में बताया कि ऐसे मामले में घटना के 24 घंटे सबसे अहम होते हैं। उनकी मानें तो जब भी किसी के साथ दुष्कर्म होता है और महिला अथवा लड़की स्नान न करे और कपड़े आदि न बदले तो जांच रिपोर्ट में मदद मिलती है, साथ ही 24 घंटों के दौरान पीड़िता के साथ जो भी घटा हो वह साफ तौर पर मैडीकल जांच में आ जाता है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे घटना का समय बढ़ता जाता है वैसे-वैसे मैडीकल रिपोर्ट के प्रभावित होने की संभावना बढ़ती जाती है। इसलिए बेहतर है कि जब भी किसी के साथ दुष्कर्म की घटना घटती है उसी समय मैडीकल जांच करवा ली जाए तो सबसे बेहतर है।