TB मुक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार का नया अभियान, धूम्रपान करने वालों के होंगे टैस्ट

Monday, Sep 23, 2019 - 11:52 AM (IST)

सोलन (रवीन्द्र) : प्रदेश सरकार ने जहां प्रदेश में 2023 तक टीबी नामक बीमारी को जड़ से समाप्त करने का सपना देखा है, वहीं अब इसके लिए कार्य तेज कर दिया गया है। देश व प्रदेश को टीबी मुक्त करने के लिए एक नया अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत धूम्रपान करने वाले लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया जाएगा और टीबी मरीजों को धूम्रपान के खतरों के प्रति जागरूक किया जाएगा। बीड़ी, सिगरेट व तंबाकू प्रयोग से इसका खतरा बढ़ जाता है।

गौर हो कि विभाग ने इस अभियान के तहत फील्ड वर्कर्ज को ट्रेनिंग दे दी है। आने वाले दिनों में ये फील्ड वर्कर धूम्रपान करने वाले लोगों को टीबी  के प्रति जागरूक करेंगे। इसके अलावा जिन टीबी रोगियों को फील्ड वर्कर दवाई देते हैं उन्हें भी धूम्रपान के प्रति जागरूक किया जाएगा।

क्यों खतरनाक है टीबी 

टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है जो सांस से भी हवा में फैलता है। इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों पर होता है। फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी व गले आदि में भी टीबी हो सकती है। सबसे कॉमन फेफड़ों की टीबी. है जोकि हवा के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलती है। टीबी के मरीज के खांसने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वाली बारीक बूंदें इसे फैलाती हैं। फेफड़ों के अलावा दूसरी कोई टीबी एक से दूसरे में नहीं फैलती। टीबी खतरनाक इसलिए है क्योंकि यह शरीर के जिस हिस्से में होती है, सही इलाज न हो तो उसे बेकार कर देती है।

बचाव के तरीके 

2 हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डाक्टर को दिखाएं। दवा का पूरा कोर्स करना चाहिए व डाक्टर से बिना पूछे दवा बंद नहीं करनी चाहिए। मास्क पहनें या हर बार खांसने या छींकने से पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर करना चाहिए। मरीज किसी एक प्लास्टिक बैग में थूके और उसमें फिनाइल डालकर अच्छी तरह बंद कर डस्टबिन में डालना चाहिए। यहां-वहां नहीं थूकें। मरीज हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहे, साथ ही ए.सी. से परहेज करे। पौष्टिक खाना खाए, एक्सरसाइज व योग करे। बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, तंबाकू व शराब आदि से परहेज करे। भीड़भाड़ वाली और गंदी जगहों पर जाने से बचे।

Edited By

Simpy Khanna