4 बेजुबानों पर भारी पड़ी प्रशासन की लापरवाही, भूख व ठंड से तड़प-तड़प कर तोड़ा दम

Saturday, Feb 10, 2018 - 02:13 AM (IST)

कुल्लू: गौ माता के रूप में पूजनीय गाय को कहीं कोई उचित सहारा मिलता प्रतीत नहीं हो रहा है। कुल्लू जिला में बेसहारा गऊएं जहां आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं, वहीं इन बेसहारा गऊओं से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने जो कदम उठाया उस पर भी सवालिया निशान लग गया है। मिली जानकारी के अनुसार 50-60 बेसहारा गऊओं को बजौरा के करीब कटोला-रोपा रोड पर भींड़ीबाई नामक स्थान पर ऐसी जगह कैद करके रखा गया है जहां इनके पास ठंड में ठिठुरने व भूख से तड़पने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं है। इसी ठंड और भूख से तड़प कर शुक्रवार को 4 गऊओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा जिनके शवों की भी कोई सुध लेता नजर नहीं आ रहा है। सरकार के निर्देश हैं कि सड़कों पर घूम रही बेसहारा गऊओं को आश्रय देने व सुरक्षित रखने के लिए इन्हें गौसदनों तक पहुंचाया जाए लेकिन गौसदनों में भी गाय माता की हो रही दुर्दशा गंभीर व चिंता का विषय बन गया है। 

गौसदन के नाम पर मात्र बाड़बंदी
भींड़ीबाई में गौसदन के नाम पर तारों से बाड़बंदी तो कर दी गई लेकिन गऊओं को ठंड से बचाने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए। न तो शैड की कोई व्यवस्था की गई जबकि उक्त स्थान पर दोनों ओर से पानी बहने से यह क्षेत्र अधिक ठंडा है, ऐसे में सर्द मौसम गऊओं की जान पर भारी पड़ रहा है। दिन के समय भी उक्त क्षेत्र में 12 बजे के बाद सूर्य की किरणें पड़ती हैं व धूप भी मात्र 1-2 घंटे तक ही रहती है। वहीं उक्त गऊओं के लिए रोजाना घास का प्रबंध कर पाना भी मुनासिब नहीं हो पा रहा है, ऐसे में कई गऊएं बीमार पड़ चुकी हैं जिसके चलते अब तक 4 गऊएं ठंड व भूख से तड़प-तड़प कर मर गईं और कई बीमारी की हालत में हैं।

गौसदन के लायक नहीं स्थान
बजौरा के समाजसेवी रिंकू, दिनेश, अविनाश गर्ग, सौरभ, तेंजिन, झाबे राम व विनोद कुमार आदि ने बताया कि उन्होंने स्वयं भींड़ीबाई में गौसदन का दौरा किया व वहां मृत पड़ी गऊओं को देखा। स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त स्थान गौसदन के लायक नहीं है तो फिर प्रशासन ने इस स्थान को गऊओं को रखने के लिए क्यों चिन्हित किया। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गऊओं को गौसदन में तभी पहुंचाया जाए जब उनकी उचित देखभाल हो सके। 

क्या कहता है प्रशासन 
डी.सी. कुल्लू यूनुस खान ने बताया कि मामला अभी मेरे ध्यान में आया है। जिला पंचायत अधिकारी को इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। गऊओं के लिए चारे का प्रबंध भी कर लिया गया है तथा समय-समय पर उन्हें चारा उपलब्ध करवाया जाएगा। जल्द ही गऊओं के लिए बड़े स्तर पर गौसदन का निर्माण किया जाएगा जिसके लिए भूमि चिन्हित की जा रही है। वैटर्नरी विभाग की टीम को निर्देश दे दिए गए हैं व शनिवार को ही मौके पर जाकर सभी गऊओं का चैकअप किया जाएगा। एस.डी.एम. कुल्लू को भी मामले की जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कुछ दिनों में ही गऊओं के लिए टीन का शैड बना लिया जाएगा।