नवरात्रों को लेकर सज गए मां के दरबार, कीजिए शक्तिपीठों के दर्शन

Thursday, Sep 21, 2017 - 10:54 AM (IST)

शिमला: शारदीय नवरात्रों को लेकर देवभूमि के शक्तिपीठ सज गए हैं। मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। नवरात्र को लेकर हर शहर के मंदिर में खास तैयारियां की गई हैं। ताकि भक्त बिना किसी मुश्किल के दर्शन कर सकें। आइए जानिए किन शक्तिपीठों में उमड़ा जनसैलाब।  


मां चिंतपूर्णी 
मां चिंतपूर्णी का दरबार रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है। मंदिर के गर्भ गृह से लेकर पूरा मंदिर परिसर फूलों की सजावट के कारण बेहद ही आकर्षक व मनमोहक लग रहा है। यहां श्रद्धालुओं की अच्छी-खासी आवाजाही देखने को मिल रही है। मंदिर प्रशासन ने मां के भक्तों के लिए दर्शन हेतू पुख्ता प्रबंध किए हैं। नवरात्रों के दौरान मंदिर के कपाट सुबह 5 बजे खुलेंगे व रात को 10 बजे बंद होंगे। वहीं श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर को खोलने और बंद करने के समय को बढ़ाया जा सकता है। चिंतपूर्णी मंदिर में आरती का समय सुबह 5 बजे व रात 8 बजे होगा जबकि भोग दिन में 3 बार सुबह दोपहर 12 बजे व रात को लगेगा। उन्होंने बताया कि भोग में खीर, पूरी, चने चावल, हलवा आइर व्यंजन मैया को परोसे जाएंगे। मेले के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। पहले नवरात्र में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद है। 


श्री नैना देवी मंदिर 
श्री नैना देवी मंदिर में आज से शुरू होने नवरात्र मेले में श्री नयना देवी जी मंदिर के कपाट रात दो बजे की खोल दिए जाएंगे। नवरात्रों के दौरान केवल रात 12 बजे से दो बजे तक ही बंद रहेंगे। इसके अलावा दोपहर को 12 से 12:30 तक आरती व भोग के लिए मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। दोपहर 12:30 से लेकर रात 12 बजे तक मंदिर कपाट खुले रहेंगे।


मां ज्वालाजी मंदिर
माता ज्वालाजी मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस के 200 जवान तैनात किए गए हैं। मंदिर के कपाट सुबह चार बजे खुल जाएंगे। 


मां बज्रेश्वरी मंदिर
मां बज्रेश्वरी मंदिर कांगड़ा में भी सुबह चार बजे कपाट खुल जाएंगे। सुरक्षा के लिए पुलिस की एक रिजर्व लगाई गई है साथ ही होमगार्ड के 30 जवान भी तैनात किए गए हैं। मंदिर में नारियल ले जाने पर पाबंदी रहेगी।


मां चामुंडा मंदिर 
मां चामुंडा मंदिर में सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। रात 10 बजे तक मंदिर खुला रहेगा। सुबह की आरती 8 बजे व शाम की आरती 7.30 बजे होगी। नवरात्र के पहले दिन मां चामुंडा को हलवा, पूरी व चने का भोग अर्पित किया जाएगा। मंदिर में सुरक्षा के लिए 150 जवान तैनात किए गए हैं। नंदिर के अंदर बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 


उल्लेखनीय है कि हिमाचल के ज्वालाजी, कांगड़ा, नयनादेवी बिलासपुर, चिंतपूर्णी ऊना, बज्रेश्वरी कांगड़ा, चामुंडा कांगड़ा, बगलामुखी कांगड़ा, भीमाकाली सराहन, तारादेवी शिमला, कालीबाड़ी शिमला व भंगायनी मामता मंदिर हरिपुधार सिरमौर में नवरात्रों के अवसर पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी रहती है। नवरात्रों के बाद से ही रामलीला भी शुरू हो जाती है।