नौणी विश्वविद्यालय में 5 जून से आयोजित होगी राष्ट्रीय संगोष्ठी

Tuesday, Jun 04, 2019 - 10:14 AM (IST)

सोलन : डा. वाई.एस. परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में 5 से 7 जून को सतत और समग्र कृषि के माध्यम से आय दोगुना करना विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस संगोष्ठी का आयोजन सोसायटी फॉर एडवांसमैंट ऑफ ह्यूमन एंड नेचर (साधना) सोलन और नौणी विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) और केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सी.पी.आर.आई.) शिमला आयोजन के तकनीकी सहयोगी हैं।
इस 3 दिवसीय आयोजन में देश भर के 200 से अधिक वैज्ञानिक और विशेषज्ञ भाग लेंगे।

डा. एस.के. चक्रवर्ती निदेशक सी.पी.आर.आई. शिमला सैमीनार के उद्घाटन सत्र के मुख्यातिथि होंगे। इस आयोजन के दौरान वार्षिक साधना अनुसंधान पुरस्कार भी दिए जाएंगे। सैमीनार के अध्यक्ष और उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन डा. राकेश गुप्ता ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य कृषि की उत्पादकता और अर्थशास्त्र की सतत वृद्धि पर ध्यान केन्द्रित करना है। इस आयोजन में विभिन्न तकनीकी सत्रों के माध्यम से कृषि से संबंधित सामाजिक-आर्थिकी मुद्दों, किसानों की आजीविका, संसाधन-उपयोग दक्षता, अजैविक और जैविक तनाव के कारकों, सजातीय ज्ञान, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वाॄमग और टिकाऊ प्रबंधन पर जोर देगा।

संगोष्ठी के कुछ विषयगत क्षेत्र उच्च आय के लिए कृषि में गहनता और विविधता, फसल, जैविक कृषि, वन और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन का एकीकृत उत्पादन और संरक्षण, फसल कटाई के बाद प्रबंधन, प्रसंस्करण और उत्पादन का विपणन, पशुपालन, मत्स्य और वन्यजीव प्रबंधन, ग्रामीण समाज शास्त्र और अर्थव्यवस्था, विस्तार और सहायता सेवाएं हैं। इस संगोष्ठी का उद्देश्य वैज्ञानिकों, छात्रों, नीति निर्माताओं, किसानों और व्यापारियों को कृषि और संबंधित क्षेत्रों पर बातचीत करने को मंच प्रदान करना है।
 

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