राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा

punjabkesari.in Sunday, Jun 06, 2021 - 08:28 PM (IST)

ठियोग (मनीष): किसानों-बागवानों की आवाज उठाने वाले नरेंद्र बरागटा पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। मुख्य सचेतक एवं जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का अंतिम संस्कार रविवार को पैतृक गांव टेहटोली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी चिता को बड़े बेटे चेतन बरागटा ने मुखाग्नि दी। इससे पहले उनकी अंतिम शव यात्रा निकाली गई। पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। इस दौरान लोगों में नरेंद्र बरागटा अमर रहे के जयकारे लगाकर अपनी संवेदना प्रकट की।
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नरेंद्र बरागटा का बागवानी क्षेत्र में रहा बहुत योगदान : सुरेश कश्यप

किसानों के मसीहा कहे जाने वाले नरेंद्र बरागटा की अंतिम शव यात्रा में प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों सहित विपक्ष के नेता और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। नरेंद्र बरागटा के निधन से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि मुख्य सचेतक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र बरागटा के जाने से संगठन, सरकार एवं ऊपरी शिमला के बागवानी क्षेत्र को बड़ी क्षति हुई है। सरकार में भी उन्होंने कई बार मंत्री के रूप में बागवानों की सेवा की है। स्वास्थ्य मंत्री एवं शिक्षा मंत्री और विभिन्न दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र बरागटा का विशेषकर बागवानी क्षेत्र के लिए बहुत योगदान रहा है।
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सेब बागवानों के लिए बरागटा का जाना बड़ी हानि : सिंघा

ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने सेब बागवानों के लिए बरागटा का जाना बड़ी हानि बताया है। उन्होंने कहा कि सेब उत्पादन के लिए नरेंद्र बरागटा का योगदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। नरेंद्र बरागटा की अंतिम शव यात्रा में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल, वन मंत्री राकेश पठानिया, ग्रामीण विकास एवं पशुपालन विभाग मंंत्री वीरेंद्र कंवर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा, विधायक चौपाल बलवीर वर्मा, विधायक ठियोग राकेश सिंघा इत्यादि मौजूद रहे।

शव यात्रा में जुटी भीड़ पर सोशल मीडिया पर उठे सवाल

नरेंद्र बरागटा की शव यात्रा में जुटी भीड़ के कारण सोशल मीडिया पर  लोग सरकार व प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं क्योंकि कोरोना कफ्र्यू देखते हुए सरकार ने शव यात्रा में 20 लोगों के इकट्ठा होने की छूट दे रखी है। हालांकि अंतिम संस्कार के समय ठियोग के एसडीएम सौरभ जस्सल ने लोगों को श्मशानघाट जाने से रोका लेकिन बरागटा के घर पर अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी रही।


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Vijay

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