शिक्षा विभाग की वरिष्ठता सूची में शामिल किया मृत अध्यापक का नाम

Sunday, Mar 18, 2018 - 12:11 AM (IST)

चम्बा: प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशालय चम्बा ने 2 दिन पूर्व सी. एंड वी.(पी.ई.टी.) अध्यापकों की अस्थायी वरिष्ठ सूची जारी की। इस सूची में मृत अध्यापक का नाम भी शामिल है। यही नहीं इस सूची में अध्यापकों की जो नियुक्ति तिथि दर्शायी गई है, वह भी गलत है। करीब 6 दिन देरी के साथ ज्वाइनिंग की तिथि दर्शायी गई है। यही नहीं एक अध्यापक का 2 बार नाम इस सूची में शामिल है। हालांकि अस्थायी सूची होने के चलते अधिक परेशान होने की अध्यापकों को जरूरत नहीं है। इस सूची को जिला के सभी संबंधित स्कूलों को प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशालय चम्बा ने समीक्षा के लिए भेजा है। 

45 दिनों के भीतर सूची का अवलोकन कर सकते हैं स्कूल
अगले 45 दिनों के भीतर संबंधित स्कूल सूची का अवलोकन करके अगर किसी बात को लेकर कोई आपत्ति दर्ज करवाना चाहें तो करवा सकते हैं। संबंधित स्कूलों से जो सूची उपनिदेशालय को प्राप्त होगी, उसी के आधार पर उपनिदेशालय अपनी वरिष्ठ सूची को अंतिम रूप देकर उस पर अपनी सहमति की मोहर लगा देगा। यानी जिस किसी अध्यापक को इस सूची में कोई आपत्ति हो तो उसके पास समय है कि वह उसमें दुरुस्ती करवा सकता है। निश्चित तौर पर यह बात राहत पहुंचाने वाली है लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि जो अध्यापक करीब डेढ़ वर्ष पूर्व स्वर्ग सिधार गया है, उसके बारे में उपनिदेशालय अभी तक अंजान है। यह पहला मौका नहीं है जब राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल गोला में कार्यरत अध्यापक बुद्धि सिंह का नाम वरिष्ठता सूची में शामिल हुआ है।

दूसरी बार शामिल हुआ सूची में नाम
सूत्रों के अनुसार पिछले वर्ष भी जब वरिष्ठता सूची जारी हुए थी तो उसमें भी बुद्धि सिंह का नाम शामिल था लेकिन उस समय भी उक्त अध्यापक का देहांत हो चुका था। एक मृत अध्यापक का 2 बार वरिष्ठता सूची में नाम शामिल होने से यह आभास होता है कि उपनिदेशालय के पास अपने अध्यापकों की सही जानकारी मौजूद नहीं है। यह बेहद गंभीर विषय है। भले यह सूची अस्थायी हो लेकिन शिक्षा विभाग का सबसे बड़ा जिला स्तरीय कार्यालय ताजा स्थिति से अपडेट नहीं है जबकि इस कार्यालय का कम्प्यूटीकरण हो चुका है। कम्प्यूटर के इस जमाने में इस प्रकार की खामी समझ से परे है। अध्यापकों का कहना है कि जिस प्रकार से उपनिदेशालय से गलती हुई है, उसी प्रकार से अगर संबंधित स्कूल ने भी इस गलती को दौहराया तो यह गलती किसी अध्यापक की नौकरी पर भारी पड़ सकती है। 

ज्वाइनिंग डेट ठीक नहीं हुई तो पिछड़ जाएंगे अध्यापक
जानकारी के अनुसार इस अस्थायी सूची में नियमित होने वाले अध्यापकों के नाम शामिल हैं। उनकी ज्वाइनिंग डेट 29 मई, 2017 दर्शायी गई है जबकि उक्त अध्यापकों ने 23 मई को ज्वाइनिंग दी थी, ऐसे में इस सूची में मौजूद इस खामी को दूर नहीं किया गया तो जिला चम्बा के ये अध्यापक प्रदेश के अन्य अध्यापकों से भविष्य में पदोन्नति की रेस में पिछड़ जाएंंगे क्योंकि ज्वाइनिंग डेट में 6 दिनों का अंतर दर्शाया गया है। ऐसे में इस खामी को भी दूर करने की आवश्यकता है। 

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