BPL से कटे 13,448 हजार परिवारों के नाम, पढ़ें सूची से बाहर होने का सच

Saturday, Jan 19, 2019 - 01:40 PM (IST)

धर्मशाला (नरेश): प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के 13,448 परिवारों को बी.पी.एल. सूची से बाहर किया गया है। इसके साथ ही 11,586 नए परिवार सूची में शामिल किए गए हैं। इसके चलते अब जिला कांगड़ा में बी.पी.एल. परिवारों की संख्या में 1862 की कमी हुई है। जानकारी के मुताबिक विकास खंड बैजनाथ में 541, भवारना में 732, देहरा में 1809, धर्मशाला 441, फतेहपुर 407, इंदौरा 1006, कांगड़ा 594, लम्बागांव 333, नगरोटा बगवां 3780, नगरोटा सूरियां 692, नुरपुर 268, पंचरुखी 297, परागपुर 928, रैत 898 व सुल्ह में 722 परिवारों के नाम बी.पी.एल. से काटे गए हैं, वहीं विकास खंड बैजनाथ में 139, भवारना में 689, देहरा 1260, धर्मशाला 256, फतेहपुर 324, इंदौरा 1006, कांगड़ा 461, लम्बागांव 301, नगरोटा बगवां 3776, नगरोटा सूरियां 681, नूरपुर 268, पंचरुखी 335, परागपुर 481, रैत 885 व सुलह में 724 नए परिवारों को बी.पी.एल. सूची में शामिल किया गया है। बता दें कि जिला कांगड़ा में पहले कुल बी.पी.एल. परिवारों की संख्या 63,250 थी और अपात्र परिवारों को हटाने के बाद अब 61,388 रह गई है।

उधर, डी.आर.डी.ए. कांगड़ा के परियोजना सर्वे के आधार पर जिला कांगड़ा में ग्राम सभाओं के माध्यम से 13,448 परिवारों को बी.पी.एल. सूची से बाहर किया गया है और 11,586 नए परिवार सूची में शामिल किए गए हैं। 8 पंचायतें हुईं बी.पी.एल. मुक्त जानकारी के मुताबिक जिला की कुल 748 पंचायतों में से विकास खंड बैजनाथ की गदियारा व कोठी ग्राम पंचायत, धर्मशाला की सुक्कड़, फतेहपुर की सुनहारा, कांगड़ा की हार जलाड़ी, नगरोटा सूरियां की पनालथ, पंचरुखी की राजपुरा टिक्कर खास व रैत पंचायत की हरनेरा पंचायत ने ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित करके पंचायत को बी.पी.एल. मुक्त घोषित किया है।

kirti