नयनादेवी में श्रावण मेले संपन्न, प्रशासन ने सम्मानित किए अधिकारी (Video)

Sunday, Aug 11, 2019 - 05:47 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): श्रावण अष्टमी मेले के दौरान बेहतर सेवाओं के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारी सम्मानित किए गए। जिला प्रसासन द्वारा यह सम्मान समारोह मंदिर न्यास के मातृ आंचल यात्री निवास में आयोजित किया गया, जिसमें जिला प्रसासन की तरफ से एडीएम बिलासपुर व मेला अधिकारी विनय चंदेल ने बढिय़ा सेवाओं के लिए अधिकारियों की हौसलाअफजाई की और माता की फोटो और चुनरी देकर सन्मानित भी किया।

इस मौके पर मेला अधिकारी ने कहा कि दूसरे राज्यों से आए श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करना और उनकी सुरक्षा करना प्रशासन का मुख्य दायित्व था, जिसे मेला के दौरान प्रशासन द्वारा तैनात किए गए प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों में बखूबी निभाया, इसलिए इस मेला के सफलतापूर्ण संपन्न होने पर सभी अधिकारी, कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थाओं के वालंटियर, पुलिस और अन्य विभागों के कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।

उन्होंने कहा कि श्रावण अष्टमी मेला के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचते हैं उनके लिए हर तरह की व्यवस्था करना बहुत ही मुश्किल कार्य है लेकिन फिर भी जिस प्रकार इस बार किसी भी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला और कानून व्यवस्था सुचारू रही इस बार मेले के सफल आयोजन सफल हुआ है हालांकि कुछ छोटी-मोटी कमियां भी जरूर रही हैं जिनकी समीक्षा भी की जाएगी और अगले वर्ष भी नवरात्रों में और भी बेहतर बंदोबस्त किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कुछ कमियां थीं, उन्हें इस वर्ष दूर किया गया और जो इस वर्ष कमियां रह गई है, उन्हें अगले वर्ष दूर कर दिया जाएगा ताकि इस धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

उन्होंने कहा कि श्रावण के महीने में श्रावण अष्टमी मेला एक बहुत बड़ा उत्सव है और इसे माता रानी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि माता रानी के आशीर्वाद से श्रावण मेला सुख-शांति संपन्न हुआ है। हालांकि पिछले कई मेलों में कुछ न कुछ घटनाक्रम जरूर होते रहे लेकिन इस बार कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई तथा श्रद्धालु दर्शन करके खुशी-खुशी बने घरों को लौटे। उन्होंने बताया कि मेला के दौरान विभिन्न सेवा दलों द्वारा कौलांवाला टोबा से मन्दिर तक 87 लंगर श्रद्वालुओं के सुविधा के लिए लगाए गए थे। इसके साथ ही न्यास द्वारा भी श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था गई थी।

उन्होंने कहा कि दिव्यांग, वरिष्ट नागरिकों, गर्भवती महिलाओं को मंदिर परिसर तक ले जाने और वापस लाने के लिए सुगम वाहन की व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई गई थी। उन्होंने बताया कि मंदिर के साथ लगती पंचायतों ने मेले के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जोकि सरहनीय रही। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा मन्दिर में विभिन्न स्थानों पर 450 स्वंयसेवक तैनात किए गए थे। उनके इस सहयोग के लिए मन्दिर प्रशासन उनका आभार व्यक्त करता है।

उन्होंने कहा कि श्रीनयनादेवी जी न्यास द्वारा श्रद्वालुओं के लिए रात्रि विश्राम हेतु 10 दिन के लिए वाटरप्रूफ टैंट का आयोजन किया गया था। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं सुविधा के जगह-जगह 4 एलईडी लगाई गईं थीं। मन्दिर न्यास द्वारा मेला के दौरान विभिन्न स्थानों पर 106 स्थायी तथा 300 अस्थायी कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इसके अतिरिक्त नगर परिषद श्रीनयनादेवी जी द्वारा सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत 25 स्थायी कर्मचारी तथा 124 अस्थायी कर्मचारी तैनात किए गए थे।

Vijay