Hamirpur: मां का आशीर्वाद, बेटा प्रदेश की समृद्धि व खुशहाली के लिए समर्पित
punjabkesari.in Wednesday, Mar 26, 2025 - 07:00 PM (IST)

नादौन (जैन): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को जन्मदिन पर उनकी माता संसार देई ने आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों के लिए बेटे की सराहना करते हुए कहा कि मेरा बेटा प्रदेश की प्रत्येक मां, बहन, भाई और आम जनता की सेवा के लिए दिन-रात पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने विशेष रूप से अनाथ बच्चों के कल्याण महिलाओं के सम्मान और प्रदेश के समग्र विकास के प्रति उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा हमेशा आम जनता के हित और प्रदेश की प्रगति के बारे में सोचता है, वह न केवल गरीबों और अनाथों की सहायता कर रहा है, बल्कि हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में भी ठोस कदम उठा रहा है।
उन्होंने कहा कि सुक्खू ने हमेशा सामाजिक न्याय और सद्भावना को प्राथमिकता दी है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और गरीबों के कल्याण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य चल रहे हैं। अनाथ बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शुरू की है, जिससे अनाथ बच्चों को मुफ्त शिक्षा, चिकित्सा और आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान और अस्मिता के लिए उनकी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें महिला सुरक्षा, विशेषज्ञता और शिक्षा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरा बेटा पूरी ईमानदारी और निष्ठा से प्रदेश के विकास के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि उनका हर कदम हिमाचल को समृद्ध और विकसित बनाने में योगदान देगा।
चेतावनियों को हमेशा स्वीकार करने के लिए रहते हैं तत्पर
मुख्यमंत्री की बचपन से जुड़ी यादों को सांझा करते हुए संसार देई ने कहा कि सुक्खू बचपन से ही समाजसेवा के प्रति समर्पित हैं। वे हमेशा चेतावनियों को स्वीकार करने के लिए तत्पर रहते थे और लोगों के दुख-दर्द को समझते थे। उन्होंने बताया कि सुक्खू का बचपन बहुत साधारण था, लेकिन उनके अंदर समाज के प्रति गहरी आस्था थी। स्कूल के दिनों में ही वे अपने दोस्तों और समाज के लोगों के साथ मिलकर सामाजिक कार्यों में भाग लेते थे। वे बच्चों की पढ़ाई में मदद करने से लेकर पर्यावरण संरक्षण जैसे अभियानों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने बताया कि उनका बचपन से ही एक ध्येय रहा कि समाजसेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। यूथ कॉलेज में कदम रखने के बाद भी सुक्खू ने अपनी इस सोच को कायम रखा। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे उनकी मेहनत और लगन ने उनकी राजनीति में एक मजबूत पहचान बना दी, जिससे वह आज मुख्यमंत्री पद तक पहुंच गए हैं।