मैडीकल कालेज नाहन में नहीं होते स्पैशल टैस्ट

Monday, Sep 10, 2018 - 05:02 PM (IST)

नाहन (साथी): मैडीकल कालेज को वजूद में आए 2 साल का समय बीत चुका है, लेकिन रोजाना आने वाले सैंकड़ों रोगियों को मिलने वाली सुविधा पूर्व में चल रहे जिला अस्पताल जैसी ही है। हैरानी की बात है कि मैडीकल कालेज के नाम पर करोड़ों का बजट खर्च किया जा रहा है, मगर यहां अभी तक लैब में स्पैशल टैस्ट तक नहीं होते। 2 साल बीत जाने के बाद भी लैब अपग्रेड नहीं हुई, ऐसे में लैब में केवल रूटीन टैस्ट ही हो रहे हैं। कालेज की लैब में स्पैशल टैस्ट न होने से रोजाना सैंकड़ों रोगी निजी लैबों में महंगे टैस्ट करवाने को मजबूर हैं। यूं भी डाक्टर सरकारी व गैर-सरकारी दोनों लैब में टैस्ट करवाने को कहते हैं ताकि टैस्ट की गुणवत्ता का पता चल सके। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ज्यादा रोगी सरकारी लैब में ही टैस्ट करवाना पसंद करते हैं और निजी लैब में महंगे टैस्ट करवाना उनके बस में नहीं है, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के रोगी लगातार भटक रहे हैं। वर्तमान में लैब में 10 के करीब कर्मचारी तैनात हैं।


बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री करेंगे
मैडीकल कालेज अस्पताल की रोगी कल्याण समिति की बैठक आगामी 17-18 सितम्बर को तय की जा रही है। अगर बैठक हुई तो लैब को अपग्रेड करने का मामला उठेगा। बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री करने वाले हैं। लैब को अपग्रेड करने और एनालाइजर खरीदने के लिए मामला एजैंडे में शामिल किया गया है।


एनालाइजर की दरकार
मैडीकल कालेज अस्पताल की लैब को फुल्ली ऑटोमैटिक एनालाइजर की दरकार है। एनालाइजर स्थापित होने से यहां रोगियों के थायराइड व कैल्शियम सहित अन्य स्पैशल टैस्ट हो सकेंगे, जिनके लिए रोगियों को अभी भी कई-कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि निजी लैब सैंपल लेकर टैस्ट के लिए बाहर भेज रही है। एनालाइजर के लिए 25 लाख रुपए के बजट की दरकार है, वहीं एनालाइजर रीडर भी चाहिए।


एस.आर.एल. लैब में भी टैस्ट बंद
रोगियों के अनुसार पिछले एक माह से अस्पताल परिसर में स्थापित एस.आर.एल. लैब में भी टैस्ट नहीं हो रहे हैं। जिस कमरे में लैब स्थापित है, उसमें बरसाती पानी आने से फंगस लग गई है। ऐसे में टैस्ट बंद हुए हैं।

Kuldeep