नाहन मैडीकल कॉलेज के डॉक्टरों का कमाल, रोगी का बदल डाला पूरा कूल्हा

Wednesday, Nov 13, 2019 - 07:35 PM (IST)

नाहन (धर्म सिंह): मैडीकल कालेज नाहन में ऑर्थो विभाग के चिकित्सकों की टीम 20 साल से दर्द से कराह रहे रोगी के जीवन में खुशियां लेकर आई है। टीम में शामिल चिकित्सकों ने शिलाई के पुडधार, कोटपाब निवासी रघुवीर सिंह के पूरे कूल्हे का सफल आप्रेशन किया है। इसके बाद रोगी को वर्षों पुराने दर्द से निजात मिली है, साथ ही अब उसे लंगड़ाकर भी नहीं चलना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार पहली बार मैडीकल कॉलेज नाहन में पूरे कूल्हे का प्रत्यारोपण हुआ है। हालांकि अभी तक मैडीकल कॉलेज में 12 के करीब आधे कूल्हे का प्रत्यारोपण किया जा चुका है।

और रोगियों में भी जगी आशा की किरण

पहली बार कूल्हे के सफल प्रत्यारोपण के बाद जिला के अन्य ऐसे रोगियों को भी आशा की किरण जगी है। मैडीकल कॉलेज के एसएमओ डॉ. डीडी शर्मा ने बताया कि ऑर्थो विभाग की टीम में शामिल डॉ. नवीन गुप्ता, डॉ. अमित ठाकुर व एनैस्थीसिया टीम में डा. गिरीश शर्मा व डॉ. विक्रमजीत अरोड़ा ने रोगी रघुवीर सिंह के पूरे कूल्हे का सफल प्रत्यारोपण किया है। ऐसा प्रत्यारोपण पहली बार हुआ है। मैडीकल कॉलेज में सभी चिकित्सकों की टीम बेहतर सेवाएं रोगियों को दे रही है। हालांकि मैडीकल कॉलेज नाहन में अभी कई सुविधाओं का अभाव है, फिर भी अधिकतर चिकित्सक यहां रोगियों के इलाज के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।

1999 में पेड़ से गिर गया था रोगी

रोगी रघुवीर सिंह ने बताया कि वह 1999 में घास काटते समय पेड़ से गिर गया था  जिसके चलते उसके कूल्हे में समस्या आई थी। उस समय विकासनगर में एक निजी अस्पताल में आप्रेशन हुआ था। आप्रेशन के बाद भी दर्द रहता था लेकिन पिछले करीब एक साल से दर्द असहनीय हो गया था और चलने में समस्या पैदा हो गई थी। इसके बाद पुन: निजी अस्पताल में दिखाया तो डेढ़ लाख रुपए खर्च बताया गया। इसके बाद मैडीकल कालेज नाहन में जांच करवाई। इसके बाद ऑर्थाे विभाग की टीम ने उन्हें आश्वासन दिया कि यहां आप्रेशन हो जाएगा। ऑप्रेशन के बाद अब उन्हें छुट्टी हो गई है और उन्हें दर्द भी नहीं है। उन्होंने चिकित्सकों की टीम का दिल से शुक्रिया किया।

हिमकेयर कार्ड के चलते ऑप्रेशन का नहीं लगा कोई पैसा

रोगी रघुवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार से हिमकेयर योजना के तहत कार्ड बनवाया हुआ है, जिसके चलते ऑप्रेशन का मैडीकल कॉलेज नाहन में कोई खर्च नहीं आया है। उन्होंने बताया कि यदि यह ऑप्रेशन बाहर होता तो डेढ़ लाख रुपए खर्च होते जबकि वह गरीब परिवार है, इतना खर्च उठाने में असमर्थ थे।

Vijay