कांग्रेस टिकट पर घमासान, पैराशूट उम्मीदवार बर्दाश्त नहीं

Sunday, Jan 15, 2017 - 05:09 PM (IST)

नाहन (सतीश शर्मा): विधानसभा चुनाव की नजदीकियों के साथ ही राजनीति गरमाने लगी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव व पार्टी के वरिष्ठ नेता ऑनिंदर सिंह नौटी ने दावा किया है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस पौंटा साहिब में जीत दर्ज करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट कहा कि पौंटा साहिब में पैराशूट उम्मीदवार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान ऑनिंदर सिंह नौटी ने पुलिस के बड़े अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और कहा कि अपना कार्य करने की बजाए अधिकारी राजनीति में दिलचस्पी लेते हैं। 


कांग्रेस के भीतर अभी से टिकट को लेकर घमासान
जानकारी के मुताबिक पौंटा साहिब में कांग्रेस के भीतर अभी से टिकट को लेकर घमासान दिखता नजर आ रहा है। पौंटा साहिब में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मनीष ठाकुर टिकट की दावेदारी कर रहे है मगर स्थानीय कांग्रेसी नेताओं को यह बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है इन नेताओं का कहना है कि मनीष ठाकुर पौंटा साहिब में पैराशूट तरीके से यहां आने की कोशिश कर रहे हैंं वहीं एक पुलिस अधिकारी पर मनीष ठाकुर के सहयोग के आरोप लगा रहे है। यह अधिकारी पिछले कई सालो से पौंटा साहिब में तैनात थे और कुछ दिन पहले ही इनका तबादला हुआ है। कांग्रेसी नेताओं का आरोप है कि यहां लॉ एंड आर्डर पर ध्यान देने की बजाए अधिकारी राजनीति करने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे थे। 


वीरभद्र पहले ही विधायक को बता चुके हैं उम्मीदवार
पौंटा कांग्रेस के नेताओं का दावा है कि पौंटा साहिब में कांग्रेस के कई ऐसे नेता है जो कई सालों से यहां काम कर रहे हैं और जीत का मादा रखते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वर्तमान विधायक किरनेश जंग कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ेंगे इस पर ऑनिंदर सिंह नौटी ने कहा कि वह अभी तक कांग्रेस पार्टी के सदस्य नही है। गौर हो कि हाल ही में पौंटा साहिब दौरे के दौरान सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा था कि पौंटा साहिब से किरनेश जंग ही कांग्रेस के टिकेट पर चुनाव लड़ेंगे। यह भी बताते चले कि हिमाचल विधानसभा में निर्दलीय विधायक किरनेश जंग कांग्रेस के एसोसिएट मैबर है। पौंटा साहिब में पिछले कई सालों से कांग्रेस जीत दर्ज नहीं कर पाई है जिसका मुख्य कारण पार्टी में गुटबाजी रहा है। इस बार भी जो संकेत पौंटा साहिब से मिल रहे हैं उससे लगता है कि कहीं फिर कांग्रेस को यहां सीट से हाथ न धोना पड़े, ऐसे में देखना होगा  पार्टी हाईकमान क्या फैसला लेता हैं और किस उम्मीदवार को यहाँ मैदान में उतारता है।