नड्डा बोले-विश्वसनीयता खो चुके वीरभद्र इस्तीफा देकर सार्वजनिक जीवन छोड़ दें

Monday, Apr 03, 2017 - 11:51 AM (IST)

बिलासपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी स्तरों व प्रशासनिक क्षेत्रों में निरंकुशता व बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हावी है, वहीं वीरभद्र आय से अधिक संपत्ति होने व मनी लॉन्ड्रिंग जैसे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घिरे हैं। लिहाजा उन्हें मुख्यमंत्री बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें तत्काल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए व सार्वजनिक जीवन छोड़ देना चाहिए। 


राज्य में फैले भ्रष्टाचार व निरंकुशता के चलते जनता संकट में
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को सी.बी.आई. ने वीरभद्र सिंह व अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जो आरोप पत्र दायर किया है, उसमें सी.बी.आई. ने उनके और उनकी पत्नी की 10 करोड़ 30 लाख रुपए की परिसंपत्तियां होने का आरोप लगाया है। सी.बी.आई. ने 7 अन्य लोगों को भी इस सारे मामले में साजिशकर्ता के रूप में नामित किया है। राज्य में केंद्रीय परियोजनाओं के पूरा होने में हो रही देरी इसी का एक संकेत है। राज्य में फैले भ्रष्टाचार व निरंकुशता के चलते जनता संकट में है। अनेक स्वास्थ्य योजनाएं जमीन की अनुपलब्धता, परियोजना स्थल के चयन में हो रहे विलंब व वन अनापत्ति जैसे कारणों से लंबित पड़ी हुई हैं। मुख्यमंत्री सहित राज्य सरकार के भ्रष्टाचार करने में व्यस्त होने के चलते हिमाचल केंद्र सरकार की विकास की गति से मेल नहीं खा पा रहा व केंद्र द्वारा दी गई योजनाओं का लाभ प्रदेश को नहीं मिल पा रहा।