जमीन की रजिस्ट्री करवाने की स्टांप ड्यूटी जमा करने जाना पड़ रहा नादौन

Monday, Dec 14, 2020 - 12:17 PM (IST)

ज्वालामुखी (कौशिक) : ज्वालामुखी तहसील कार्यालय में लोगों को रजिस्ट्री करवाने के लिए भारी मशक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को रजिस्ट्री के लिए स्टांप ड्यूटी फीस जमा करवाने के लिए नादौन के कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में जाकर पैसे जमा करवाने पड़ रहे हैं। इससे पहले यह सुविधा ज्वालामुखी के पंजाब नेशनल बैंक और कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में उपलब्ध थी, परंतु दोनों ही बैंक प्रबंधकों द्वारा यह सुविधा लोगों के लिए बंद कर दी गई है। इससे लोगों को 24 किलोमीटर दूर नादौन जाकर रजिस्ट्री के लिए पैसे जमा करवाने पड़ने जाना पड़ रहा है। लोगों ने कहा कि लगभग 15 साल पहले यह तहसील ज्वालामुखी में खुली है, परंतु आज दिन तक यहां पर ट्रेजरी कार्यालय नहीं खुल पाया है।

जिससे यहां पर जमीन की रजिस्ट्री करवाने व अन्य कई महत्वपूर्ण कार्यांे के लिए लोगों को कभी देहरा तो कभी नादौन जाना पड़ता है। कुछ समय पूर्व रजिस्ट्री के स्टाम्प ड्यूटी फीस ज्वालामुखी के पंजाब नेशनल बैंक और कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में ऑनलाइन जमा हो जाती थी। कुछ दिनों से बैंक प्रबंधकों द्वारा लोगों को मिलने वाली सुविधा से उनको वंचित कर दिया गया है और दोनों ही बैंक प्रबंधक अब लोगों को इस स्टांप ड्यूटी फीस जमा करने में आनाकानी कर रहे हैं। इस वजह से लोगों को नादौन जाकर कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में जाकर पैसे जमा करवाने पड़ रहे हैं। लोगों को अब 24 किलोमीटर का सफर अप डाउन तय करना पड़ रहा है। कई लोगों को टैक्सी करके वहां पर जाना पड़ता है जिससे लोग बहुत परेशान हो रहे हैं। लोगों ने इस संदर्भ में स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला से भी शिकायत की है और उनसे मांग की है कि ज्वालामुखी में ट्रेजरी कार्यालय खोला जाए।

इस संदर्भ में तहसीलदार ज्वालामुखी जगदीश शर्मा ने कहा कि कुछ समय पहले पंजाब नेशनल बैंक ज्वालामुखी और कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक ज्वालामुखी में यह फीस जमा हो रही थी परंतु बैंक प्रबंधकों द्वारा मना कर देने के बाद लोगों को परेशानी हो रही है। लोगों को अब नादौन में कांगड़ा बैंक में जाकर यह पैसे जमा करवाने पड़ रहे हैं अगर कल को नादौन बैंक भी यह पैसे जमा करने से मना कर देगा तो ज्वालामुखी में जमीन की रजिस्ट्रेशन का काम बिल्कुल बंद हो सकता है। इससे लोगों को परेशानी होगी और सरकार के राजस्व में भी बहुत बड़ा घाटा बढने की आशंका हो सकती है। स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने कहा कि शीघ्र ही प्रयास करेंगे कि ज्वालामुखी में ट्रेजरी कार्यालय खोल दिया जाए ताकि लोगों को देहरा या नादौन जाकर पैसे जमा करवाने से राहत मिल सके।
 

prashant sharma