...और फूलगोभी के बीज से निकली सरसों, किसान हैरान

Sunday, Nov 15, 2020 - 11:10 PM (IST)

बरठीं (ठाकुर दास): कृषि विभाग बरठीं द्वारा किसानों को फूलगोभी के बीज की जगह सरसों का बीज देने पर किसानों ने विभाग के प्रति रोष व्यक्त किया है। जानकारी के अनुसारकृषि विभाग बरठीं द्वारा लगभग 2 महीने पहले ग्राम पंचायत गंडीर में किसानों को कृषि के प्रति जागरूक करने के लिए विभागीय किसान जागरूकता कैंप का आयोजन कर फूलगोभी के बीज किसानों को मुफ्त में बांटे गए व किसानों को फूलगोभी लगाने के तरीके व उपचार सहित अन्य जानकारी दी गई। इस कैंप में लगभग 40 किसानों को फूलगोभी के बीज बांटे गए थे लेकिन किसानों ने जब इस बीज को अंकुरित किया तो बीज से सरसों के पौधे निकले, जिन्हें देखकर किसान हैरान रह गए।

किसान देवी दत्त शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा दिए गए फू लगोभी के बीज से जब सरसों के पौधे निकले तो उन्होंने इसकी जानकारी विभाग को दी लेकिन विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि ये विशेष प्रकार की फू लगोभी के बीज हैं किसान इसकी ङ्क्षचता न करें और उगाई गई पनीरी को खेतों में लगाएं। किसानों ने विभाग के कहने पर पनीरी को खेतों में लगाने के उपरांत देखा कि यह फू लगोभी न होकर सरसों के पौधे हैं। गांव के किसान देवी दत्त शर्मा, केहर सिंह व कुलदीप सिंह ने बताया कि खेतों में सरसों लगने से उन्हें बहुत हानि पहुंची है। किसानों ने दोबारा से इसकी जानकारी विभाग को दी, जिस पर कृषि विभाग बरठीं के कृषि विकास अधिकारी डॉ. बृजेश व कृषि प्रसार अधिकारी दीपक ने गंडीर पंचायत के किसानों की फ सल का निरीक्षण किया तो पाया कि किसानों को दिया गया बीज फू लगोभी का नहीं था। गलती से किसानों को बीज शलगम का बांट दिया गया था।

उधर, किसानों का कहना है कि विभाग अभी भी उनके साथ धोखा कर रहा है क्योंकि उगी हुई पनीरी के पौधे शलगम भी नहीं हैं बल्कि साफ-साफ  सरसों के पौधे दिख रहे हैं। किसानों ने कहा कि विभाग द्वारा उनका बहुत ज्यादा नुक्सान किया गया है। अगर विभाग द्वारा यह बीज आबंटित नहीं किया गया होता तो किसान अपने बलबूते पर बाजार से अच्छी किस्म का बीज लाकर फूलगोभी को तैयार कर चुके होते। किसानों ने विभाग की इस कार्यप्रणाली की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है व किसानों को हुए नुक्सान की भरपाई करने की विभाग व सरकार से गुहार लगाई है।

Vijay