नगर निगम धर्मशाला ने पेश किया 187.88 करोड़ का बजट
punjabkesari.in Friday, Feb 25, 2022 - 11:59 PM (IST)
धर्मशाला (तनुज): नगर निगम धर्मशाला का वर्ष 2022-23 के लिए शुक्रवार को 187.88 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तुत किया गया। यह बजट पिछले वर्ष की अपेक्षा 25.82 प्रतिशत अधिक है। शुक्रवार को नगर निगम महापौर ओंकार नैहरिया ने अपना पहला बजट प्रस्तुत किया। बजट में 30 करोड़ 50 लाख रुपए की राजस्व प्राप्तियां दर्शाई गईं जोकि पिछले वर्ष की अपेक्षा 1 प्रतिशत अधिक है। पूंजीगत प्राप्तियों में इस बजट में 25.39 फीसदी की कमी आई है, जोकि 55 करोड़ 70 लाख हैं। पिछले वर्ष ये प्राप्तियां 74 करोड़ 65 लाख थीं। नगर निगम के राजस्व व्यय में 7.03 प्रतिशत की कमी आई है। जो राजस्व व्यय पिछले वर्ष 35 करोड़ 15 लाख था, वो इस बजट में 32 करोड़ 68 लाख है। नगर निगम के पूंजीगत व्यय में 23.77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस बजट में पूंजीगत व्यय 96.27 करोड़ दर्शाया गया है जोकि पिछले वर्ष 77.78 करोड़ था। बजट में कुल व्यय में 128 करोड़ 95 लाख रुपए रखे गए हैं।
बजट में ये रखे प्रावधान
- नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में विकास कार्यों पर 60 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
- पार्किंग निर्माण पर 7 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे सभी 17 वार्डों में पार्किंग व्यवस्था की जाएगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत विभिन्न पार्किंग निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।पिछले वर्ष पार्किंग निर्माण पर 12 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य था।
- शहर में पार्कों के विकास पर 5 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इनमें वार्ड-1 में डल, वार्ड-3 में मीठा नाला ईको पार्क मैक्लोडगंज, वार्ड-4 कजलोट पार्क, वार्ड-5 गमरू, वार्ड-8 व 9 में ईको पार्क, वार्ड-13, 14, 16 व 17 में पार्कों का निर्माण किया जाएगा।
- स्मार्ट सिटी के सहयोग से 25 करोड़ रुपए की स्मार्ट स्ट्रीट लाइटें स्थापित होंगी। इसके टैंडर अवार्ड किए जा चुके हैं। सभी वार्डों में 7000 पोल और 5200 स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी।
- शहर के विभिन्न नालों-कूहलों का तटीकरण किया जाएगा। नालों के तटीकरण के लिए 3 करोड़ जबकि कूहलों के 2 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।
- निगम की आय बढ़ाने के लिए बजट में व्यावसायिक परिसर निर्माण का प्रावधान रखा गया है, जिस पर 1 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- शहर की पुरानी बावड़ियों व अन्य प्राकृतिक स्त्रोतों के जीर्णोद्धार व साफ-सफाई के लिए 30 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।
- निगम में जन-सहभागिता से विकास के लिए 3 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है। इसमें लोगों व निगम की ओर से 50-50 फीसदी खर्च होगा। योजना के तहत 10 लाख रुपए से सामुदायिक भवन, महिला मंडल भवन, कूहलें, फुटपाथ व फुटब्रिज इत्यादि निर्माण करवाया जाएगा। होम कम्पोस्टिंग के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- निगम की विभिन्न संपत्तियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। कुछ दुकानों की मुरम्मत कर उन्हें दोबारा किराए पर देने की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा जिन दुकानों के एग्रीमैंट खत्म हो चुके हैं उनका न्यूनतम किराया नए सिरे से निर्धारत किया जाएगा।
- प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए 3 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। इसमें हर पार्षद 10 लाख रुपए अपने स्तर पर खर्च कर पाएगा। स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅन्स फंड के तहत भी 3 करोड़ अनुदान की मांग सरकार से निगम ने की है।
- विश्व बैंक की सहायता से लगभग 335 करोड़ की सीवरेज व्यवस्था और पीने के जल की व्यवस्था पुख्ता होगी।
- शहर में नए शौचालय निर्माण व पुरानों के रखरखाव के लिए 30 लाख रुपए खर्च होंगे।
- सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
- गौसदन में रखे गए बेसहारा पशुओं के चारे के लिए एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। कुत्तों के टीकाकरण पर 2 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बीएलसी कैटेगरी के लिए अनुदान राशि को 20 हजार रुपए बढ़ाया गया है।
- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत 10 स्वयं सहायता समूहों को बैंकों से स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण दिलाने का निगम ने लक्ष्य रखा है। पिछले वर्ष 19 समूहों को 64.30 लाख ऋण दिलाया गया।
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