मुकेश अग्निहोत्री ने साधा निशाना, बोले-बल्क ड्रग पार्क के दावे छोड़ पहले अपना हवाई अड्डा बनवाएं सीएम जयराम

Tuesday, Nov 03, 2020 - 07:15 PM (IST)

ऊना (डैस्क): नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज हरोली दौरे के दौरान बल्क ड्रग पार्क को लेकर दावे जताते दिखे। हम उनसे कहना चाहते हैं कि पहले तो वह इस सिलसिले में 30 अप्रैल, 2016 की अखबारों का अवलोकन कर लें। प्रदेश में उस समय वीरभद्र सिंह की सरकार थी और मैं उसमें उद्योग मंत्री था। टूल रूम को जनता को समर्पित करने के लिए केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार आए थे, जिन्होंने मंच से हिमाचल को बल्क ड्रग पार्क देने की सार्वजनिक घोषणा सैद्धांतिक तौर पर की थी। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को याद दिलाना चाहता हूं कि हमने इसकी मंच से मांग ही नहीं पैरवी भी की थी। इसलिए हमारी पोस्ट का भी अवलोकन कर लें जो 27 जून, 2020 की है, जिसमें हमने हरोली में पार्क की स्थापना पर अपना साफ नजरिया रखा हुआ है। इसमें हमें आपकी सलाह की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा कि सरकारें निरंतरता में चलती हैं, जिस सोच को हमने परिलक्षित किया उसे मुख्यमंत्री को आगे बढ़ाना चाहिए और हारे-पिटे छुटभैयों की चंडुखाने की बातों से हटकर बात करें। उन्होंने कहा कि हम विकास और कल्याण की राजनीति करते हैं और करते रहेंगे। कम से कम हमें इस बाबत किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क बनना और उसमें पूंजी निवेश भविष्य की बातें हैं। अभी तो मामला दूसरे राज्यों के साथ प्रतिस्पर्धा में पार पाना है इसलिए पूंजी निवेश रोजगार बहुत दूर है। झूठ परोस के काम नहीं होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हरोली के विकास के लिए सौदेबाजी से कुछ नहीं होगा। हरोली के विकास और कल्याण में हम सक्षम हैं। आप हमारा विकास क्या करेंगे, पहले अपना हवाई अड्डा तो बना लो जो कागजों में है। वहां भी किसान जमीनों के दाम को लेकर भड़के हुए हैं। उन्हें फैक्टर टू के तहत जमीनों के दाम दिलवाए जाएं।

उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि हरोली ड्रग पार्क की जमीन के एक लाख के फर्जी हलफनामों का अधिकार आपको किसने दे दिया। किसानों को जमीन की दरें फैक्टर टू पर ही देनी पड़ेंगी। रैस्ट हाऊस में दलाल ओने-पौने दाम देकर किसान से धोखा नहीं कर सकते और न ही हम करने देंगे। लोगों के हक-हकूक व चरान बगैरह के मामले हल करके ही आगे बढ़ा जाएगा, कोई हिट्लरशाही नहीं है। 40 हजार के आसपास पेड़ कटने हैं तो वैकल्पिक जगह लगने भी हैं। हरोली हलके में जमीनों के दलालों ने आजकल जमीनों की खरीद-फरोख्त का जो आतंक मचा रखा है उसका भी अपनी एजैंसियों से पता करवा लें। जिन्होंने भाजपा छोड़ी है उन्होंने पूरे जीवन भाजपा के बूथ लगाए। मंचों से उन्हें कोसने की बजाय उनसे गुस्से की वजह जानते तो बेहतर रहता।

Vijay